संकटमोचन के नाम से भगवान हनुमान को जाना जाता है. ऐसे में विधि-विधान से हनुमान जी का पूजन किया जाए तो वह सभी संकट हर लेते हैं.
Gangesh Thakur
Apr 05, 2023
मंगलवार व शनिवार के दिन लोग मंदिरों में जाकर भगवान हनुमान को नारंगी रंग का सिंदूर चढ़ाते हैं, मान्यता है कि इससे वह अति अति प्रसन्न होते हैं.
आपने मंदिरों में देखा होगा कि जहां सभी भगवानों को रोली व सिंदूर का तिलक वहीं हनुमान जी की पूरी मूर्ति सिंदूर से रंगी होती है.
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर क्यों हनुमान जी के पूरे शरीर पर सिंदूर लगाया जाता है? और यह नारंगी रंग का क्यों होता है.
कोई भी हनुमान भक्त किसी संकट से जूझ रहा है तो उसे नारंगी रंग के सिंदूर का चोला हनुमान जी को चढ़ाना चाहिए इससे उसके सभी संकट दूर होते हैं.
त्रेता युग में माता सीता को मांग में सिंदूर लगाता देख हनुमान जी ने जिज्ञासापूर्वक पूछा कि माता आप अपनी मांग में सिंदूर क्यों लगाती हैं?
माता सीता ने हनुमान जी की जिज्ञासा को देखकर कहा कि वे अपने स्वामी, अपने पति श्रीराम की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं.
ऐसे में हनुमान जी ने सोचा कि प्रभु श्रीराम की लंबी उम्र के लिए वह भी ऐसा करेंगे. उन्होंने सोचा कि अगर मांग भरने से प्रभु की उम्र लंबी होती है तो मैं अपने पूरे शरीर में सिंदूर लगा लेता हूं.
हनुमान जी ने ऐसा सोचकर कि इससे प्रभु अमर हो जाएंगे. अपने पूरे शरीर में सिंदूर लगा लिया. इसके बाद से हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने की परंपरा चली आई.