नई फसल कटने की खुशी में सतुआनी के दिन लोग सत्तू और आम का टिकोला खाते हैं.

Nishant Bharti
Apr 11, 2023

सतुआनी के दिन दान करने का बड़ा महत्व है. इसी दिन से ही खरमास की समाप्ति होती है.

सतुआनी बाद से ही शादी-विवाह के लिए मुहूर्त शुरू हो जाते हैं.

सतुआनी के दिन गंगा स्नान के बाद पूजा-अर्चना की जाती है.

पूजा करने के बाद लोग सत्तू, गुड़ और कच्चे आम का प्रसाद ग्रहण करते हैं.

बिहार के लोग इस दिन घर में सिर्फ सत्तू का ही सेवन करते हैं.

सतुआनी के दिन ककोलत जलप्रपात में स्नान का बड़ा महत्व है.

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