भगवान श्री कृष्ण के मामा का नाम कंस था. कंस भगवान कृष्ण यानी कि अपने भांजे को ही मारना चाहता था. लेकिन कंस के लिए ऐसा कर पाना संभव नहीं रहा और वह खुद श्री कृष्ण के हाथों मारा गया.
दुर्योधन के मामा
कौरवों की ओर से दुर्योधन के मामा शकुनि का जिक्र भी महाभारत में खूब होता है. दरअसल, शकुनी की सलाह पर ही दुर्योधन अपनी रणनीति बनाता था.
शकुनि की चाल
महाभारत के युद्ध में शकुनि की चाल की खूब चर्चा हुई. हर मोड़ पर कौरवों के लिए शकुनि चाल बनाता था.
सपना रहा अधूरा
बात चाहे कंस की हो या शकुनि की मामा के किरदार में दोनों फेल रहे. क्योंकि महाभारत में जो-जो उन्होंने चाहा सारी योजनाओं पर पानी फिड़ गया था. ऐसे में दोनों मामाओं का सपना अधूरा रह गया.
इस मामा ने किया था कमाल
वहीं महाभारत में एक मामा ऐसे भी थी. जिनकी चर्चा बहुत कम हुई. लेकिन असली कमाल तो इसी मामा ने किया था. दरअसल ये पांडवों के मामा थे.
पांडवों के मामा थे शल्य
पांडवों के मामा शल्य ने बिना शस्त्र उठाए वो कमाल कर दिया था, जो शकुनि भी नहीं कर पाए थे.
पांडवों के खिलाफ, दिल में भांजे
पांडवों के मामा शल्य महाभारत के युद्ध में पांडवों के खिलाफ थे, लेकिन उनके दिल में भांजे के लिए हमेशा स्नेह दिखाई देता रहा.
बिना लड़े दिया साथ
महाभारत में पांडवों के मामा शल्य कौरवों की ओर से कर्ण के सारथी थे. लेकिन वह हमेशा कर्ण के प्रोत्साहन को कम करते रहते थे.
मानसिक रूप से बनाया कमजोर
कर्ण के प्रोत्साहन को कम करते-करते पांडवों के मामा शल्य ने उसे मानसिक रूप से कमजोर कर दिया. जिससे वह आसानी से अर्जुन से सामने परास्त हो गया.