बिहार की 5 महिला सांसदों ने लोकसभा में बनाई अपनी जगह.
बिहार और झारखंड के विभाजन के बाद ऐसा पहली बार 25 साल बाद हुआ है कि 5 महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल किया है.
1999 के बाद बिहार में ऐसा पहली बार हुआ है कि 5 महिलाओं ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल किया हैं.
आपको बता दें कि इस बार बिहार से कुल 39 महिला उम्मीदवार मैदान में थी, जहां से 6 को इंडिया गठबंधन और 4 को एनडीए सरकार ने चुनावी टिकट दिया था.
इसमें से एनडीए की सभी 4 उम्मीदवारों ने जीत हासिल किया, वहीं इंडिया गठबंधन से 6 में से एक को जीत मिली.
इंडिया गठबंधन ने मीसा भारती, रोहिणी आचार्य, रितु जायसवाल, बीमा भारती, अर्चना रविदास और अनीता देवी को लोकसभा टिकट दिया था. जिसमें से केवल मिसा भारती को जीत मिली.
वहीं एनडीए सरकार ने शांभवी चौधरी, लवली आनंद, वीणा सिंह और विजयलक्ष्मी कुशवाहा को टिकट दिया था. जिसमें से सभी को जीत मिली हैं.
मीसा भारती बिहार के पाटलिपुत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रही थी. इन्हें इंडिया गठबंधन के द्वारा टिकट दिया गया था. इन्होंने बिहार के पाटलिपुत्र सीट पर राम कृपाल यादव के खिलाफ जीत दर्ज किया है.
शांभवी चौधरी को बिहार के जिला समस्तीपुर से एनडीए ने टिकट दिया था. इन्होंने समस्तीपुर लोकसभा सीट से सन्नी हजारी को हराते हुए जीत हासिल किया है.
लवली आनंद बिहार के लोकसभा सीट शिवहर से चुनाव लड़ रही थी, जहां उन्हें एनडीए के द्वारा टिकट दिया गया था. इन्होंने यहां से आरजेडी की उम्मीदवार रितु जायसवाल को हराते हुए जीत हासिल किया है.
वीणा सिंह को एनडीए सरकार ने बिहार के जिला वैशाली से टिकट दिया था. जहां इन्होंने मुन्ना शुक्ला को हराते हुए लोकसभा में अपनी जगह बनाई है.
विजयलक्ष्मी कुशवाहा को एनडीए ने बिहार के जिला सिवान से चुनावी टिकट दिया था, जहां इन्होंने निर्दलीय कैंडिडेट हिना शाहब को हराते हुए जीत दर्ज किया है.