Darbhanga Maharaj: ये हैं विश्व प्रसिद्ध दरभंगा महाराज से जुड़ी 12 अनसुनी बातें, जो शायद ही आप जानते होंगे
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Dec 08, 2024
दरभंगा महाराज
अपनी दानशीलता, वैभवता और शान-शौकत के लिए लोकप्रिय दरभंगा महाराज, देश के सबसे प्रसिद्ध राजाओं में से एक थे. देश के रजवाड़ों में दरभंगा महाराज का एक खास स्थान रहा है
दरभंगा राज
दरभंगा महाराज के शासन के दौरान दरभंगा राज बिहार के मिथिला क्षेत्र में लगभग 6200 किलोमीटर के दायरे में था. चलिए हम आपको दरभंगा महाराज से जुड़े कुछ रोचक और अनसुनी बातों के बारे में बताते हैं.
कामेश्वर सिंह
दरभंगा राज के अंतिम शासक महाराजा बहादुर सर कामेश्वर सिंह थे. महाराजा कामेश्वर सिंह बहादुर साल 1929 से 1952 तक दरभंगा राज के जमींदार थे.
सड़क निर्माण
दरभंगा महाराज ने 19वीं सदी के शुरुआत में ही अपने राज में 1,500 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों का निर्माण कराया था. जिसमें 300 किलोमीटर की सड़कें पक्की बनी हुई थी. इन सड़कों के बनने से व्यापार बढ़ा था और क्षेत्र में कृषि उपज के लिए ज्यादा बाजार बन गए थे.
लाल किले
दरभंगा महाराज ने अपने राज में किले को राजधानी दिल्ली के लाल किले के तर्ज पर बनवाया था. महाराज ने किले को 85 एकड़ जमीन पर बनवाया था, जिसकी दीवारें 90 फुट ऊंची हैं.
ब्रिटिश वायसराय
दरभंगा राज के महाराजा कामेश्वर सिंह के महल में आयोजित कार्यक्रमों में ब्रिटिश वायसराय भी शामिल होते थे.
सोना, एयरक्राफ्ट, एयरपोर्ट
साल 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध में दरभंगा महाराज ने 600 किलो सोना और तीन एयरक्राफ्ट दान कर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने 90 एकड़ में बनी एयरपोर्ट भी दान कर दिया था. आज इसी जमीन पर दरभंगा एयरपोर्ट बना है.
मंदिर
दरभंगा राज के महाराज रामेश्वर सिंह ने देश और विदेश में 100 से ज्यादा मंदिरों का निर्माण कराया था. वहीं, दानशील महाराजा कामेश्वर सिंह ने 108 मंदिरों को दान में दिया था.
प्राइवेट प्लेन, जहाज
दरभंगा महाराज के पास अपना प्राइवेट प्लेन और महल के अंदर तक बिछी रेल लाइन थी. इनके पास कई बड़े जहाज भी थे.
ट्रेन, सैलून, टाइल्स
दरभंगा महाराज के पास अपना स्पेशल ट्रेन और महल जैसा सैलून था. महाराज के महल में लंदन में बनी और वहां से लाई हुई टाइल्स बीछी थी.
अस्पताल, स्टेडियम
दरभंगा महाराज ने अपनी राजधानी के बीचो बीच 250 एकड़ जमीन पर अस्पताल बनवाया था. इसके साथ ही लहेरियासराय पोलो स्टेडियम समेत कई स्टेडियम बनवाए थे.
कंपनियां
दरभंगा महाराज ने अपने शासन काल में कई कंपनियां शुरू की थी. जिसमें नील, शुगर और पेपर मिल जैसी कंपनियां शामिल थीं.
अखबार
दरभंगा महाराज ने हिंदी में आर्य भारत, अंग्रेजी में इंडियन नेशन और मैथिली में मिथिला मिहिर नाम से अखबार चलाया था.