चाणक्य के नीति के अनुसार औरत को समझ पाना किसी के वश में नहीं है. हमारे यहां तो वैसे भी स्त्रियों माना जात है. ऐसे में सही और चरित्रवान स्त्री की पहचान बहुत जरूरी है.

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Apr 20, 2023

स्त्रियों को प्रकृति ने कोमलता, सौम्यता और ममता का गुण प्रदान किया है. फिर भी जो महिला दिल और जुबान का तालमेल नहीं बना पाती ऐसी स्त्री से दूरी बनाकर रखने को नीति शास्त्र में कहा गया है.

जो महिला एक से अधिक पुरुषों से संबंध बनाने में शर्म ना करे या जो अपने जीवनसाथी को धोखा देकर दूसरों के साथ संबंध बनाए ऐसी स्त्री से दूसरे पुरुषों को भी बचना चाहिए.

वैसे महिलाओं के लिए सजना संवरना आम बात है लेकिन जो महिला पराए पुरुषों को लुभाने के लिए सजती संवरती हैं ऐसी महिलाओं से हमेशा बचकर रहना चाहिए.

चाणक्य नीति के अनुसार अगर किसी महिला के पैर की कनिष्ठा अंगुली या उसके साथ वाली उंगली धरती को स्पर्श ना करती हो और अंगूठी की साथ वाली उंगली अंगूठे से बहुत ज्यादा लंबी हो, ऐसी स्त्रियां जल्दी अपना चरित्र बदल लेती हैं.

नीति शास्त्र के अनुसार जिस महिला के पैर का पिछला भाग अत्यधिक मोटा हो ऐसी महिलाएं घर के लिए अशुभ होती हैं. जबकि पिछला भाग पतला और सूखा हो तो ऐसी महिलाएं जीवन में विभिन्न प्रकार के कष्टों से गुजरती हैं.

महिला का पेट अगर गोल हो तो वह पूरे जीवन में गरीबी और दरिद्रता में गुजारती है. यदि पेट अधिक लंबा या गद्देदार हो को यह खराब किस्मत की निशानी है.

जिन महिलाओं की आंखें चंचल और स्लेटी रंग की होती है, वो बहुत ही उत्तम मानी जाती है.

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