नवरात्रि में अष्टमी या फिर नवमी को कन्या पूजन करने का विधान है.
नवरात्रि में अष्टमी या फिर नवमी को कन्या पूजन किया जाता है. इस दौरान भूलकर भी न करें ये गलती
कन्याओं को जरा भी डांटें नहीं और पूरी श्रद्धा के साथ उनकी पूजा करें.
कन्याओं को इस दिन भूलकर भी बासी भोजन न करवाएं.
कन्याओं के लिए जो भोजन बनाएं उसमें भूलकर भी लहसुन प्याज का प्रयोग न करें.
9 कन्याओं के साथ कम से एक बालक को भी कन्या पूजन में बैठाना चाहिए.
कन्याओं के विदा होने के बाद तुरंत साफ-सफाई में नहीं लग जाना चाहिए.
कन्या पूजन में शामिल करने के लिए 2 से 10 वर्ष की कन्याओं को बुलाना चाहिए.