सीवान: आजादी के बाद भी सीवान के रामनगर स्थित राजकृत प्राथमिक विद्यालय की हालत बेहद खराब है. यहां न स्कूल का खुद का भवन है, न बेंच-डेस्क, और न ही शौचालय. 1970 से यह स्कूल सामुदायिक भवन के एक कमरे में चलता आ रहा है, जहां एक तरफ पूजा-पाठ होता है और दूसरी तरफ बच्चों की पाठशाला. 62 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मात्र 3 शिक्षकों पर है. कई बार विभाग को सूचना देने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ. मंदिर परिसर में स्थित इस विद्यालय में बच्चों को जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. शौचालय न होने के कारण बच्चे और शिक्षक मुहल्लेवासियों के घर पर जाने को मजबूर हैं. पानी पीने के लिए मंदिर के चापाकल का सहारा लेना पड़ता है और मिड-डे मिल की व्यवस्था भी नहीं है. प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार दुबे ने बताया कि भवन निर्माण की मांग की जा रही है ताकि बच्चों को उचित सुविधा मिल सके.