मधुबनी: मधेपुर प्रखंड के गोबरगढ़ा गांव में कोसी नदी का कटाव एक बार फिर कहर बनकर टूटा है. नदी की धारा बदलने से दर्जनों परिवारों का आशियाना उजड़ गया है. पिछले एक सप्ताह में 70 घर कटाव की चपेट में आ चुके हैं, जिससे लोग अपने घर छोड़कर ऊंचे इलाकों में शरण ले रहे हैं. कटाव पीड़ितों का कहना है कि अब तक कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी सहायता के लिए नहीं पहुंचे हैं. लोग भूखे-प्यासे अपने घरों को उजाड़ने को विवश हैं, ताकि वे सुरक्षित स्थानों पर जा सकें. 2008 के बाद यह इलाका फिर से कटाव की चपेट में आया है और आवागमन का एकमात्र साधन नाव है, जो सरकार द्वारा भी उपलब्ध नहीं कराई गई है. गोबरगढ़ा, मैनाही और परियाही गांव के विस्थापित परिवार जहरीले जीव-जंतुओं के खतरे के बीच जीने को मजबूर हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि वे सरकारी सहायता की आशा में हैं, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.