झारखंड की राजनीति पर, जहां एक नया अध्याय लिखा जा रहा है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, जो अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) से नाराज चल रहे थे, उन्होंने अपनी नाराजगी को बगावत में बदल दिया. चंपई सोरेन ने अपने एक्स हैंडल से जेएमएम पार्टी का नाम हटा दिया और फिर सोशल मीडिया हैंडल पर एक लंबा पोस्ट कर अपनी पार्टी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. दिल्ली जाकर उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद, 30 अगस्त को चंपई सोरेन और उनके बेटे बाबूलाल सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने का फैसला किया. यह कदम न केवल चंपई सोरेन के लिए, बल्कि उनके बेटे के राजनीतिक करियर के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
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