जमुई सांसद एलजेपी राम विलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को आज जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल, यह विरोध प्रदर्शन किसी और ने नहीं बल्कि उनके ही कार्यकर्ताओं ने किया था. चिराग पासवान को कार से कार्यक्रम स्थल से निकलने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और कार्यकर्ताओं का कड़ा विरोध भी झेलना पड़ा. विरोध ऐसा था कि कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सांसद चिराग पासवान की भी आंखों में आंसू आ गये और वे भावुक हो गये. दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान ने जमुई में केंद्रीय विद्यालय खोलने का वादा किया था और केंद्र की मोदी सरकार के सहयोग से जमुई जिले के झाझा में केंद्रीय विद्यालय खोला गया. इसके नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने के लिए चिराग पासवान झाझा पहुंचे थे. कार्यक्रम के बाद निकलते समय कार्यकर्ताओं को पता चला कि चिराग पासवान जमुई लोकसभा से चुनाव न लड़कर हाजीपुर से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं. फिर कार्यकर्ता चिराग पासवान की गाड़ी के नीचे लेटकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. सैकड़ों कार्यकर्ता रोते हुए चिराग पासवान से अपील करते दिखे कि वह जमुई न छोड़ें. मीडिया से बात करते समय चिराग पासवान भी भावुक हो गए और हाथ जोड़कर कार्यकर्ताओं का अभिवादन करते रहे. हालांकि, उन्होंने कहा कि मैंने जमुई की जनता से वादा किया था कि मैं बच्चा बनकर आया हूं और बुजुर्ग बनकर ही जाऊंगा. लेकिन जिस तरह से कार्यकर्ता भावुक हो रहे थे, यही तो मैंने यहां कमाया है.' क्योंकि एक समय ऐसा आया जब मेरे पिता चले गए और मेरा परिवार बिखर गया. मेरा घर खाली करा लिया गया. तब जमुई की जनता ने मुझे अपना बेटा बनाकर मेरा साथ दिया और मुझे टूटने नहीं दिया.