Guru Pushya Yoga 2024: गुरु पुष्य नक्षत्र के योग से रवि पुष्य योग जैसा शुभ योग बनता है, जिसके प्रभाव से व्यक्ति धनवान बनता है. इस नक्षत्र में जन्मे लोग बचपन में अक्सर बीमार रहते हैं और कई तरह की समस्याओं का सामना करते हैं, लेकिन जैसे-जैसे बड़े होते हैं, वे परिपक्व और मेहनती हो जाते हैं. हालांकि, उनका मन अक्सर चंचल रहता है, पर वे जीवन में कड़ी मेहनत से सफलता हासिल करते हैं.
Trending Photos
Guru Pushya Yoga 2024: इस साल धनतेरस से पहले 24 अक्टूबर 2024 को गुरु पुष्य नक्षत्र का विशेष योग बन रहा है. इस दिन गुरु पुष्य नक्षत्र के साथ-साथ सर्वार्थ सिद्ध योग और अमृत योग का दुर्लभ संयोग बनेगा, जो इसे और भी खास बना देता है. माना जाता है कि इस शुभ योग के कारण धनतेरस के लाभ कई गुना बढ़ जाते हैं और इसका सकारात्मक प्रभाव न सिर्फ आम जीवन में बल्कि व्यापार और बाजार पर भी देखा जा सकता है. इस योग के दौरान बाजार में काफी रौनक होगी और व्यापारी वर्ग खुशहाल रहेगा.
आचार्य मदन मोहन के अनुसार पुष्य नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में सबसे शुभ माना जाता है और यह नक्षत्र आठवें स्थान पर आता है. इस नक्षत्र के स्वामी शनिदेव हैं, जबकि इसके उप स्वामी देवगुरु बृहस्पति होते हैं. जब चंद्रमा कर्क राशि में आते हैं, तो उनका प्रभाव और भी शुभ माना जाता है. इस नक्षत्र में जन्मे लोग जीवन में धनवान और सफल होते हैं. इसलिए इस दिन बिना किसी विशेष मुहूर्त के सभी शुभ कार्य शुरू किए जा सकते हैं और उनके परिणाम भी अच्छे होते हैं. इस बार पुष्य नक्षत्र का योग 24 अक्टूबर 2024 को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को बन रहा है, जो धनतेरस के पहले इसे और भी लाभकारी बना देता है.
आचार्य के अनुसार गुरु पुष्य नक्षत्र का आरंभ 24 अक्टूबर 2024 को गुरुवार सुबह 11:38 बजे से होगा और इसका समापन 25 अक्टूबर 2024 को शुक्रवार दोपहर 12:11 बजे तक होगा. इस दौरान सोने की खरीदारी, पीले धातु और वस्त्र की खरीदारी करना बहुत शुभ माना जाता है. इसके अलावा इस नक्षत्र में निवेश करना, नया व्यापार शुरू करना, घर खरीदना या गृह प्रवेश करना भी अत्यधिक फलदायक होता है. वाहन खरीदने के लिए भी यह समय बहुत अच्छा होता है. साथ ही, इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है और परिवार में खुशहाली आती है. गुरु पुष्य नक्षत्र का यह योग विशेष रूप से व्यापारियों और निवेशकों के लिए शुभ समय लेकर आता है, क्योंकि इसका प्रभाव व्यापार और वित्तीय स्थिति पर सकारात्मक रूप से देखा जाता है.
ये भी पढ़िए- Govardhan Puja 2024: कब है गोवर्धन पूजा, जानें पूजा की तिथि और इसके धार्मिक महत्व