मृतका 25 वर्षीय रेबिका पहाड़िन के साथ मो.मुस्तकीम के पुत्र दिलदार अंसारी का कई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों ने फिर शादी कर ली.
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पटना : साहिबगंज जिले के बोरियो थाना क्षेत्र में हुई रेबिका पहाड़िन हत्या कांड के मुख्य आरोपी और मास्टर माइंड मोइनुल अंसारी को साहिबगंज पुलिस ने घटना के दो माह बाद दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. इसके गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अबतक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. रेबिका के पति दिलदार अंसारी, उनके माता-पिता समेत 10 लोगों को पूर्व में ही गिरफ्तार किया था. इसके गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड का पूरा खुलासा होने की उम्मीद है.
हत्या के बाद से फरार चल रहा था आरोपी
दरअसल 2 माह पूर्व 17 दिसंबर 2022 को दिल्ली की श्रद्धा वालकर हत्याकांड की, जैसी ही वारदात झारखंड के साहिबगंज में घटित हुई थी जो सबको हैरत में डाल दिया था. इस मामले में बोरियो थाना में 320/22 कांड दर्ज किया गया था. साहिबगंज के बोरियो में 25 वर्ष की महिला रेबिका पहाड़िन को उसके ही पति दिलदार अंसारी और उसके घरवालों ने हत्या कर शव के कई टुकड़े किए और फिर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था. बोरियो थाना क्षेत्र के गोंडा पहाड़ की पहाड़िया महिला रेबिका पहाड़िन की हत्या के आरोपित बोरियो बेल टोला निवासी मो. मुस्तकीम अंसारी, उसकी पत्नी मरियम खातून, पुत्र दिलदार अंसारी और पत्नी गुलेरा, मुस्तकीम के दूसरे पुत्र अमीर अंसारी, महताब अंसारी, पुत्री शारेजा खातून को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
लोहा काटने वाली मशीन से किए गए थे शव के टुकड़े
बता दें कि मृतका 25 वर्षीय रेबिका पहाड़िन के साथ मो.मुस्तकीम के पुत्र दिलदार अंसारी का कई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों ने फिर शादी कर ली. दिलदार पूर्व से ही शादीशुदा था. इसे लेकर दिलदार के परिजन नाखुश थे. घरवालों की नाराजगी के कारण दिलदार रेबिका को बोरियो संथाली के हेमंती मुर्मू के मकान में रखता था. इसके बाद दिलदार की मां मरियम खातून ने रेबिका को अपने भाई मोईनुल अंसारी के घर बोरियो मांझी टोला पहुंचा दिया, जहां उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद लोहे काटने वाली मशीन से शव को टुकड़े टुकड़े कर अलग-अलग जगह पर फेंक दिया गया. मामला तब सामने आया जब उसके अंग को कुत्ते खा रहे थे.
आरोपी से पूछताछ में जुटी पुलिस
इसके बाद इस हत्या ने पूरे देश में बहस होने लगी और भाजपा के लिए मुद्दा मिल गया. इसके बाद से ही मोइनुल अंसारी फरार चल रहा था और उसकी गिरफ्तारी की मांग लगातार हो रही थी. दूसरी तरफ पुलिस अपने तरीके से फरार मोइनुल की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाई हुई थी और अंत में पुलिस को दो माह बाद सफलता मिली और दिल्ली से मोइनुल अंसारी को गिरफ्तार कर साहिबगंज लाया. मोइनुल अंसारी पूर्व में भी कई मामलों में नामजद अभियुक्त रहे है और दिल्ली मामले में तिहाड़ जेल में बंद भी रहे. पुलिस इसे शातिर अपराधी बता रहे हैं, फिलहाल पुलिस मोइनुल से पूछताछ कर मामले में और भी जानकारी जुटाने में लगी है.
इनपुट- पंकज वर्मा