JPSC ने जारी की अधिसूचना, मई-जून में 16 साल बाद होगी झारखंड पात्रता परीक्षा
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JPSC ने जारी की अधिसूचना, मई-जून में 16 साल बाद होगी झारखंड पात्रता परीक्षा

Jharkhand Eligibility Test : विभाग ने इस परीक्षा को कंप्यूटर बेस्ड बनाया गया है. इस परीक्षा में ऑब्जेक्टिव सवाल होंगे और यह परीक्षा दो भाग मे होगी. पहला पेपर टीचिंग, रिसर्च एटीट्यूड और रिजनिंग एबिलिटी से संबंधित होगा. 

JPSC ने जारी की अधिसूचना, मई-जून में 16 साल बाद होगी झारखंड पात्रता परीक्षा

JPSC Latest News: झारखंड पात्रता परीक्षा का आयोजन मई-जून में होने वाला है. इसके बारे में झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी की है. जेपीएससी के सचिव ने बताया है कि आवेदन की जानकारी जल्द ही आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी. इस परीक्षा के माध्यम से झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों-महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति और पीएचडी में नामांकन होगा.

जानकारी के अनुसार बता दें कि इसे 16 सालों के बाद का पहला आयोजन माना जा रहा है, पहली बार 2007-08 में हुआ था. राज्य सरकार ने इस बार के लिए नई नियमावली बनाई है. अब से हर साल इस परीक्षा का आयोजन होगा. नए नियमों के अनुसार परीक्षा का पैटर्न भी बदल गया है. साथ ही विभाग ने इस परीक्षा को कंप्यूटर बेस्ड बनाया गया है. इस परीक्षा में ऑब्जेक्टिव सवाल होंगे और यह परीक्षा दो भाग मे होगी. पहला पेपर टीचिंग, रिसर्च एटीट्यूड और रिजनिंग एबिलिटी से संबंधित होगा. जबकि दूसरा पेपर संबंधित विषय का होगा. प्रति पेपर में दो-दो अंकों के 100 प्रश्न होंगे और परीक्षा लगातार तीन घंटे तक चलेगी. इसमें नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी.

परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को संबंधित विषय में स्नातकोत्तर और 55% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. परीक्षा में कुल 43 विषयों में होगी और ओबीसी, एससी, एसटी और दिव्यांग अभ्यर्थियों को 5% की छूट मिलेगी. पीएचडी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भी 5% की छूट होगी. इस परीक्षा के लिए कोई अधिकतम आयु सीमा नहीं है. 

आवेदन प्रक्रिया की जानकारी जल्द ही आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी और उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए नवीन नियमों का पालन करना होगा. यह परीक्षा एक महत्वपूर्ण कदम है जो झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में विकसिति को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है. यह नए और निष्पक्ष तरीके से शिक्षकों और शोधकर्ताओं को चुनने का एक उत्कृष्ट तरीका है. शिक्षा के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ नए और उन्नत विचारों को लाने का भी माध्यम है.

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