बार-बार घर से भाग रही लड़की पहुंची सी.डब्लू.सी, परिजनों ने राज्यपाल से लगाई गुहार
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बार-बार घर से भाग रही लड़की पहुंची सी.डब्लू.सी, परिजनों ने राज्यपाल से लगाई गुहार

Jharkhand News: हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र से गोंदलपुरा गांव की एक घटना पिछले लगभग 9 माह से पुलिस के लिए गले की फांस बनी हुई है. इस पूरे मामले में ट्विस्ट ऐसा की बार-बार एक ही लड़की कई बार लापता होती है और पुलिस हर बार उसे बरामद करती है और अपने आप को सफल घोषित कर देती है.

बार-बार घर से भाग रही लड़की पहुंची सी.डब्लू.सी, परिजनों ने राज्यपाल से लगाई गुहार

हजारीबाग: Jharkhand News: हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र से गोंदलपुरा गांव की एक घटना पिछले लगभग 9 माह से पुलिस के लिए गले की फांस बनी हुई है. इस पूरे मामले में ट्विस्ट ऐसा की बार-बार एक ही लड़की कई बार लापता होती है और पुलिस हर बार उसे बरामद करती है और अपने आप को सफल घोषित कर देती है. लेकिन फिर से वही मामला सामने आ खड़ा होता है. दरअसल जिले के निवासी लालदेव कुमार की नाबालिग बेटी के अपहरण करने के संबंध में बड़कागांव थाना में दो काण्ड दर्ज किये गये हैं. जिसमें प्राथमिक अभियुक्त करण यादव को गिरफ्तार कर बाल सम्प्रेक्षण गृह, हजारीबाग भेजा गया है एवं अपहृता का धारा-164 के तहत न्यायालय में बयान दर्ज कराने के बाद पीड़िता द्वारा अपने माता-पिता के साथ घर जाने के अनुरोध पर उसे माता-पिता के साथ जिम्मेनामा बनाकर सौंपा गया था.

सी.डब्लू.सी. के समक्ष प्रस्तुत 
उसके बाद पीड़िता फिर से घर से चली गई, इसके उपरांत पुनः पुलिस द्वारा बरामद कर न्यायालय एवं सी.डब्लू.सी. (बाल कल्याण समिति) के समक्ष प्रस्तुत किया गया, तो उनके द्वारा घर जाने से इनकार किया गया. जिसके बाद सी.डब्लू.सी. के आदेशानुसार पीड़िता के बयानोपरांत उसे विधिवत सुरक्षार्थ होप हाउस,धनबाद पहुंचाया गया था. जिसके बाद पुनः पीड़िता को अपहरण करने के आरोप में बड़कागांव थाना में कांड दर्ज कराया गया है, जिसमें अपहृता को बरामद कर न्यायालय के आदेशानुसार सी.डब्लू.सी. में बयान दर्ज कराकर बाल सुधार गृह भेजा गया था.

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6 लड़कियों के साथ भागी
वहीं कुछ दिन पूर्व पीड़िता 6 और लड़कियों के साथ भाग गई है. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है. बार-बार लड़की की गुमशुदगी और पुलिस द्वारा बरामद होने पर भी लड़की के परिजन किसी भी सूरत में प्रेम प्रसंग का मामला मानने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं ये मामला अब मुख्यमंत्री के दरवाजे होते हुए झारखंड के राज्यपाल तक जा पहुंची है. जहां से राज्यपाल के द्वारा लड़की के परिजनों लड़की को उन्हें सुपुर्द किए जाने की बात कही गई है.
इनपुट- यादवेंद्र मुन्नू

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