वंश समाप्त करने के लिए चचेरे भाई की हत्या, जमीन कब्जा करना था उद्देश्य
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वंश समाप्त करने के लिए चचेरे भाई की हत्या, जमीन कब्जा करना था उद्देश्य

Jharkhand Crime: खूंटी में नक्सली सदस्य सागर मुण्डा द्वारा चचेरे भाई की हत्या करने के बाद कटा सिर हाथ में लेकर खिंचवाने का मामला सुर्खियों में है. नक्सली सागर मुंडा ने चचेरे भाई कानू मुण्डा को मारने के लिए 20 दिन पहले ही योजना बना ली थी.

वंश समाप्त करने के लिए चचेरे भाई की हत्या, जमीन कब्जा करना था उद्देश्य

खूंटी:Jharkhand Crime: खूंटी में नक्सली सदस्य सागर मुण्डा द्वारा चचेरे भाई की हत्या करने के बाद कटा सिर हाथ में लेकर फोटो खिंचवाने का मामला सुर्खियों में है. नक्सली सागर मुंडा ने चचेरे भाई कानू मुण्डा को मारने के लिए 20 दिन पहले ही योजना बना ली थी. दरअसल, अपने चाचा दशाय मुंडा की जमीन पर कब्जा करने के लिए उनके बारिश कानू मुण्डा की हत्या कर दी. कानू मुण्डा पहले से शादीशुदा था, लेकिन बच्चा होने से पहले ही नक्सली सागर मुण्डा ने अपनी पत्नी, भाई और तीन दोस्तों के साथ मिलकर चचेरे भाई कानू मुण्डा की हत्या कर दी.

पत्नी साथ मिलकर योजना बनाई
नक्सली सागर ने पत्नी के साथ मिलकर इस हत्याकांड की योजना बनाई थी. कई बार जेल जा चुके सागर ने अन्य अपराधर्मी दोस्तों के साथ मिलकर कानू की हत्या से 20 दिन पहले रणनीति बनाई और पहले कुदाल, तोनो , दउली और नमक की व्यवस्था की. इसके बाद एक दिसंबर को सागर और तीन साथियों ने हथियार का भय दिखाकर कानू मुण्डा को अगवा करने के लिए मोटरसाइकिल से उसके घर पहुंचे. जहां दो ग्रामीणों ने अपहरण करते हुए देख लिया. वहीं सागर का भाई सिनू मुण्डा कुछ दूर बोलेरो में इंतजार कर रहा था. शाम को जब कानू का परिवार खेत से काम करके वापस लौटा तो ग्रामीणों ने इसके बारे में जानकारी दी. लेकिन तब तक सागर मुण्डा सहयोगियों के साथ तपकरा थाना क्षेत्र के कुमांग सीसीटोली के पास गोपला जंगल ले गए.

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सभी आरोपी गिरफ्तार
जंगल में कई बार उसे धीरे धीरे काटकर कर दर्द दिया. फिर उसे सुलाकर निर्दयता पूर्वक गला रेता और घसीटकर जंगल में ले गए. जहां उसका कटा हुआ सिर अपने हाथ में ले लेकर कई पोज में फोटो खिंचावाई. बाद में जंगल में गड्ढा खोदकर उसके धड़ नमक डालकर मिट्टी से दफना दिया और उपर से पत्ता डाल दिया, ताकि कोई जानवर खोदे नहीं. घटना के दूसरे दिन कानू मुण्डा के पिताजी दशाय मुण्डा ने मुरहू थाने में केस दर्ज कराया. तब पुलिस हरकत में आयी और मुरहू तपकरा और बानो थाना ने मिलकर तीन दिसंबर को सिमडेगा जिले के बानो थाना अंतर्गत ओड़गा ओपी क्षेत्र के बिरता गांव के पास से उस नम्बर के बोलेरो गाड़ी को देखा गया. जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. उसी की निशानदेही पर सभी को पकड़ा गया. जिसके बाद आरोपियों ने घटनास्थल पर जाकर हत्या के पूरी कहानी बताई.
इनपुट- ब्रजेश कुमार

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