पप्पू यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर कोर्ट और अधिकारियों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि पांच अपराधी गिरफ्तार होता है तो पुलिस अधिकारी चार्जशीट में तीन का नाम छांट देते हैं.
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मधेपुरा: जाप अध्यक्ष पप्पू् यादव ने सोमवार को बिहार सरकार और बाहुबली नेता अनंत सिंह पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि आज अपराधियों को सरकार में बैठे नेता संरक्षण देते हैं, जिससे उनका मनोबला ऊंचा हो रहा है. उन्होंने कहा कि मोकामा में अपराधियों को चुनाव लड़ाया जा रहा है तो अपराध पर कहां से विराम लगेगा.
पप्पू यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर कोर्ट और अधिकारियों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि पांच अपराधी गिरफ्तार होता है तो पुलिस अधिकारी चार्जशीट में तीन का नाम छांट देते और अन्य अपराधियों को कोर्ट भी तीन महीने में बेल दे देती है, जिस कारण बिहार में अपराध सिर चढ़ कर बोल रहा है.
'निजाम बदलने से प्रशासन की मानसिकता नहीं बदलती'
जाप प्रमुख ने कहा कि लगातार बलात्कार और हत्या का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. सिर्फ सरकार का निजाम बदलने से प्रशासन की मानसिकता नहीं बदलती है.
1 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया
इस दौरान पप्पू यादव ने कहा कि जो अपराधी चौकीदार गुरुदेव की हत्या किया है उसे अगर कोई गोली मारकर आएगा तो मैं उसे एक लाख इनाम दूंगा. इतना हीं नहीं.
कब हुई थी चौकीदार गुरुदेव की हत्या?
बता दें कि 28 अक्टूबर को चौकीदार गुरुदेव की हत्या कर दी गई थी. शहीद चौकीदार गुरुदेव पासवान ने एक अपराधी को पकड़ लिया था जिसके बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि अपराधियों को कोई भी व्यक्ति संरक्षण नहीं दें, उसका सामूहिक बहिष्कार करें तभी एक नया समाज का निर्माण संभव हो पाएगा.
पप्पू ने चौकीदार हत्याकांड में पुलिस से मांग करते हुए कहा है कि हत्या में शामिल सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी तुरंत हो और 3 महीने के अंदर स्पडी ट्रायल चला कर उनको फांसी की सजा दिलाई जाए.
20 लाख मुआवजे की मांग
उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि पीड़ित परिवार को 20 लाख का मुआवजा और चौकीदार को शहीद का दर्जा मिले. साथ ही चौकीदार का स्मारक भी बने.
पीड़ित परिवार को मिले सरकारी नौकरी
उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के एक लोग को सरकारी नौकरी दी जाए. वहीं, मृतक की बेटी ने सरकार से मां को पेंशन और परिवार के एक शख्स को सरकारी नौकरी देने की मांग की.
(इनपुट-शंकर कुमार)