अमेरिका के प्रख्यात शिक्षाविद प्रोफेसर वाॅल्टर रसेल मीड ने ऐसी बात कही है, जिससे अपने स्थापना दिवस पर बीजेपी की खुशियों को चार चांद लग सकते हैं. दरअसल, रसेल मीड ने अमेरिका और पूरे पश्चिमी देशों को सुझाव दिया है कि चीन की बढ़ती ताकत से निपटने के लिए यूएस को बीजेपी से रिश्ते प्रगाढ़ करने होंगे.
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी निरंतर नई उंचाइयों को छू रही है. 2014 के बाद से बीजेपी की लोकप्रियता में इतना इजाफा हुआ है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है. अब अमेरिका के प्रख्यात शिक्षाविद प्रोफेसर वाॅल्टर रसेल मीड ने ऐसी बात कही है, जिससे अपने स्थापना दिवस पर बीजेपी की खुशियों को चार चांद लग सकते हैं. दरअसल, रसेल मीड ने अमेरिका और पूरे पश्चिमी देशों को सुझाव दिया है कि चीन की बढ़ती ताकत से निपटने के लिए यूएस को बीजेपी से रिश्ते प्रगाढ़ करने होंगे. आइए, 5 प्वाइंट में बताते हैं कि रसेल मीड ने अमेरिका को बीजेपी से रिश्ते और मधुर करने के लिए क्या-क्या सुझाव दिए हैं.
1. दुनिया भर में बीजेपी को सबसे ज्यादा गलत समझा गया
रसेल मीड कहते हैं कि इस बदले समय में बीजेपी अमेरिका के लिए दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी है. मीड का यह भी कहना है कि दुनिया भर में जिस पार्टी को सबसे ज्यादा गलत समझा गया, वह बीजेपी है. इसके अलावा मीड मानते हैं कि 2014 और 2019 के बाद अब 2024 में भी जीतने की स्थिति में है.
2. अमेरिका-पश्चिमी देशों को BJP की नीतियों को समझना होगा
मीड कहते हैं कि भारत में बीजेपी के मजबूत होने से हिंदू राष्ट्रवादी आंदोलन की विचारधारा और उसके फैलाव को समझना होगा. उनका कहना है कि चीन से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका को आर्थिक और राजनीतिक साझेदारी की जरूरत है और उसके लिए भारत मजबूत विकल्प है. इसके लिए अमेरिका और पश्चिमी देशों को बीजेपी और उसकी नीतियों को गहराई से समझना होगा.
3. बीजेपी का मकसद देश को महाशक्ति बनाना है
मीड कहते हैं कि बीजेपी ऐसे राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास से विकसित हुई है, जिसे अधिकांश नाॅन इंडियन जानते ही नहीं हैं. उनका यह भी कहना है कि बीजेपी एक तरफ पश्चिमी देशों के कई विचारों को खारिज करती है तो आधुनिकता के प्रमुख पहलों को अपनाती भी है. इस तरह बीजेपी को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी जैसे पार्टी कहा जा सकता है, क्योंकि दोनों का इरादा अपने-अपने देशों को वैश्विक महाशक्ति बनाने का है.
4. इस्रायल के सत्तारूढ़ गठबंधन से कर सकते हैं बीजेपी की तुलना
मीड भारतीय जनता पार्टी की तुलना इस्रायल के सत्तारूढ़ गठबंधन से भी करते हुए कहते हैं कि वह बाजार समर्थक पारंपरिक मूल्यों का इस्तेमाल करती है और उनको भी साथ लाती है. मीड ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से अपनी मुलाकातों के बारे में भी बताते हुए कहते हैं- दोनों ने मुझसे आर्थिक विकास और निवेश को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने किसी भी प्रकार के भेदभाव के विचार को पूरी तरह खारिज किया.
5. 2024 के चुनाव से पहले मीड का बयान महत्वपूर्ण
प्रोफेसर रसेल मीड की ये बातें भारतीय परिप्रेक्ष्य में बेहद अहम हैं, क्योंकि देश में अगले साल आम चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले जी 20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है. इस समय भारत खुद को वैश्विक ताकत के रूप में स्थापित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है.