Somvati Amavasya 2024: हर साल भादो माह में दिन सोमवार को पड़ने वाली सोमवती अमावस्या को भाद्रपद अमावस्या भी कहा जाता है. सनातन धर्म में इस अमावस्या का एक विशेष महत्व है. भाद्रपद अमावस्या के दिन कुछ कार्यों को करना काफी शुभ होता है. इससे श्रद्धालुओं को मनचाहा फल की प्राप्ति होती है.
सोमवती अमावस्या के दिन धार्मिक कार्यों को करना काफी शुभ होता है. भाद्रपद अमावस्या को सोमवती अमावस्या इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये सोमवार के दिन पड़ता है.
सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखते हुए भोलेनाथ संग माता पार्वती की विधिपूर्वक पूजा की जाती है.
मान्यता है कि जो महिलाएं भाद्रपद अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने के साथ उसका 108 बार परिक्रमा करते हुए पेड़ पर रक्षा सूत्र बांधती है. उन्हें अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
जो महिलाएं सोमवती अमावस्या के दिन विधि-विधान के साथ पूजा करती हैं, उनका वैवाहिक जीवन खुशहाली पूर्वक बीतता है.
भाद्रपद अमावस्या तिथि का शुभ आरंभ 2 सितंबर सुबह 5 बजकर 21 मिनट से अगले दिन 3 सितंबर, दिन मंगलवार को सुबह 7 बजकर 24 मिनट तक रहेगा.