Farming Tips: भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां की आधी से ज्यादा आबादी अभी भी खेती पर ही निर्भर है. ऐसे में खेतों में काम कर दिन रात एक करने वाले किसान, इन 5 पेड़ों की खेती कर कम लागत में भी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं.
अगर आप खेती के साथ कम लागत में बंपर मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपके लिए कमर्शियल पेड़ों की खेती सबसे सही ऑप्शन है. आप इन पेड़ों के फलों को बेचकर लाखों रुपये कमा सकते हैं. हालांकि, इसका लाभ लेने के लिए आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ता है. आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं.
शहतूत की खेती मुख्य रूप से रेशम उत्पादन के लिए की जाती है. एक हेक्टेयर खेत में इसके पौधों की रोपाई में लगभग 1 से 1.50 लाख का खर्च आ सकता है जो करीब 3 से 4 साल के बाद रेशम कीट पालने योग्य हो जाता है. इसकी पत्ती से लेकर लकड़ी तक बाजार में अच्छे कीमत पर बेच सकते हैं.
मालाबार नीम एक बहुउद्देशीय कमर्शियल पेड़ फसल है. 4 एकड़ भूमि पर लगभग 5 हजार से 6 हजार मालाबार नीम के पौधे लगाए जा सकते हैं जो लगभग 6 साल में कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं. मार्केंट में इसकी लकड़ियों की कीमत लगभग 500 से 550 रुपए क्विंटल तक होती है.
महोगनी पेड़ की खेती काफी फायदेमंद होती है, क्योंकि इसके पेड़ से प्राप्त लकड़ी से लेकर खाल, बीज और पत्तियां तक सभी बाजार में काफी अच्छे दाम पर बिकते हैं. इसका पेड़ लगभग 10 से 12 साल बाद उत्पादन देने के लिए तैयार होता है.
सफेदा के पेड़ को यूकेलिप्टस या नीलगिरी के नाम से भी जाना जाता है. इसे आप कम जमीन पर भी लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, लेकिन इसके पेड़ों को लगाने से काटने तक के लिए 10 से 11 साल तक का लंबा समय देना पड़ता है.
चंदन के उत्पाद की मांग देश के साथ विदेशों में भी बड़े स्तर पर रहती है. एक एकड़ खेत में लगभग 400 से 450 चंदन के पौधों की रोपाई की जा सकती है जो 8 से 10 साल बाद तैयार हो जाते हैं. चंदन की खेती में लगभग 1 से 1.5 लाख रुपए का खर्च आता है और मुनाफा लगभग 60 से 65 लाख रुपए तक हो सकता है.