Sawan 2023: सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया है. भारी संख्या में कांवडिया भोलेनाथ के अलग-अलग रूपों को धारण किए बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर जा रहे हैं.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में कच्ची कांवरिया पथ पर महादेव के भक्त अलग-अलग रूप में नजर आ रहे हैं. बाबा का जलाभिषेक करने के लिए कांवड़िया नंगे पैर कई किलोमिटर की यात्रा तय कर रहे हैं.
यह नजारा मुंगेर जिले के अंतर्गत पड़ने वाले 26 किलोमीटर कच्ची कांवड़िया पथ का है. कांवड़ियों का एक जत्था, जिसमें दो कांवड़िया बम भोले बाबा और कृष्ण के रूप को धारण किए बाबा धाम के दर्शन करने जा रहे हैं.
भोले बाबा के रूप में देवघर जा रहे कांवड़िया बम अखिलेश कुमार गुप्ता बताते हैं की हमलोगो का 'महाकाल' बम का ग्रुप है. जिसमें 84 बम हैं. उन्होंने कहा की यह परंपरा 51 वर्षों से चली आ रही है और हम लोग हर सावन के पवित्र माह में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए पैदल जाते हैं.
अखिलेश कहते हैं कि बाबा मुझे हर वर्ष इस रूप में बुलाते हैं. उन्होंने कहा कि बाबा से हम लोग मांगते हैं कि ब्रह्मांड का कल्याण हो,विश्व और बिहार का भी कल्याण हो.
वही कृष्ण रूप में जा रहे शिवम कुमार गुप्ता ने बताया की हम पहली बार कृष्ण के रूप में बाबा बैद्यनाथ धाम जा रहे हैं. मुझे अच्छा लग रहा है क्योंकि बाबा ने मुझे इस साल इस रूप में बुलाया है.
2007 से सावन के पवित्र माह में श्री श्री विशाल शिवधारी कांवड़ समिति द्वारा तैयार 54 फिट कांवड़ लेकर हर साल कांवड़िया बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर जाते हैं. यह कांवड़ न सिर्फ आकार में ही विशाल है बल्कि इसका वजन भी लगभग 350 किलो है.
कांवड़ में विभिन्न प्रकार की मंदिर की आकृति के साथ-साथ शिव-पार्वती गणेश, दुर्गा सहित कई देवी देवताओं से सजाया जाता है. 9 बम इस कांवड़ को एक बार में उठाते हैं.