प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उन्होंने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया.
लाल किले पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने किया.
इससे पहले, लाल किले की ओर जाने से पहले, प्रधान मंत्री मोदी ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की.
प्रधानमंत्री ने एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, पर लिखा, "स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं. हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं. जय हिंद!"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने के सपने का जिक्र करते हुए यह कहा कि इस देश की सारी समस्याओं की जड़ भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण है और वे इन तीनों बुराइयों के खिलाफ लड़ाई के लिए लाल किले से आशीर्वाद मांगने आए हैं.
लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार ने इस देश को बुरी तरह से जकड़ रखा है, हमें पूरी ताकत के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना होगा, देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ उसी तरह का नफरत का माहौल बनाना होगा, जिस तरह से हम गंदगी से नफरत करते हैं.
विपक्षी राजनीतिक दलों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परिवारवादी पार्टी लोकतंत्र में बीमारी है. यह प्रतिभाओं की दुश्मन होती है. प्रधानमंत्री ने तुष्टिकरण को भी भारत के लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्य बताते हुए यह कहा की तुष्टिकरण ने देश के राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिया है.
परिवारवाद की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परिवारवाद ने देश को नोच लिया है, देश को बुरी तरह से जकड़ रखा है. परिवारवाद और तुष्टिकरण, यह लोकतंत्र का दुर्भाग्य है.