Bihar Farming: चंपारण बिहार का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. जो अपनी अच्छी खेती-किसानी के लिए प्रसिद्ध है. चंपारण के किसान खेती में पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल करने लगे हैं.
जब किसान सुबह-सुबह अपने खेतों में काम करने जाते हैं. यह नजारा इस क्षेत्र की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. खेतों में काम करते समय जो किसानों के चहरे पर खुशी होती है. वह उनकी मेहनत की असली पहचान है.
चंपारण के किसान खेती में पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल करने लगे हैं. धान की रोपाई से लेकर गेंहू की बुआई तक वे हर काम को बड़ी मेहनत और ध्यान से करते हैं. इसके अलावा वे पानी बचाने पर भी खास ध्यान देते है.
चंपारण के खेतों में काम करते हुए किसान और उनकी मेहनत से जुड़ी कहानियां इस क्षेत्र की कृषि संस्कृति को और भी खास बनाती है. खेतों के आसपास पेड़-पौधे और बागान यहां की हरियाली में योगदान करते है.
चंपारण में मुख्य रूप से चावल, गेहूं, मक्का और गन्ना की खेती होती है. इनका उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है. यहां की मिट्टी धान की पैदावार के लिए उपयुक्त है. मक्का भी चंपारण की एक महत्वपूर्ण फसल है.
चंपारण के हरे भरे खेत पर्यटकों को अपनी और खींचते हैं. जो लोग शहर की भीड़-भाड़ से दूर प्राकृतिक वातावरण में समय बिताना चहाते है. यहां आने वाले पर्यटक खेती-बाड़ी और हरियाली को करीब से देख सकते हैं.