Jharkhand Village: ज्यादातर गांवों के बारे में कुछ पुरानी कहानियां या दिलचस्प कथाएं होती हैं.इस गांव को अलाउद्दीन खिलजी ने दिया तोहफे में.
झारखंड के दुमका जिले का मलूटी गांव की कहानी बहुत दिलचस्प है. यह गांव राजा बसंत राय को अलाउद्दीन खिलजी से एक तोहफे के रूप में मिला था.
जब अलाउद्दीन खिलजी का बाज जंगल में खोया था. राजा ने घोषणा की कि जो भी इस बाज को ढूंढ कर लाएगा. उसे कीमती उपहार मिलेगा.
बसंत राय ने जंगल से बाज को ढूंढ निकाला और इसके बदले में उन्हें मलूटी गांव दिया गया. और इसके बाद उन्हें जमींदारी सौंपी गई और वह राजा बन गए.
राजा बसंत राय की सोच बड़ी धार्मिक थी. उन्होंने गांव में कई मंदिर और तालाब बनवाए. कुल 108 मंदिर और 108 तालाब बनवाए. जिसमें से 72 मंदिर केवल शिव मंदिर थे.
आज भी मलूटी गांव विदेशी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है. कई मंदिर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. लेकिन 70-80 मंदिर अभी भी हालत में हैं. इन मंदिरों के बाहर टेराकोटा से बनी डिजाइनें कला की दृष्टि से काफी खास हैं.