धनतेरस पर सोना-चांदी बर्तन के अलावा अधिकांश लोग झाड़ू की भी खरीदारी करते हैं. मत्स्य पुराण में झाड़ू खरीदने के पीछे का कारण लक्ष्मी माता से जुड़ा हुआ बताया गया है. मत्स्य पुराण के अनुसार झाड़ू को लक्ष्मी माता का प्रतीक है और धनतेरस के दिन इसे घर में लाने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और लक्ष्मी माता प्रसन्न होकर आपके घर में वास करती हैं.
कहा जाता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से पूरे साल हर कार्य क्षेत्र में आपको सफलता मिलती है और आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहती है. साथ ही झाड़ू खरीदने से सभी प्रकार की आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं. धनतेरस के दिन आपको फूल और सींक की झाड़ू खरीदकर घर लानी चाहिए. इस दौरान इस बात की ध्यान रखें कि इन दोनों झाड़ुओं को कभी भी एक साथ न रखें.
धनतेरस पर झाड़ू खरीद कर घर लाने के बाद सबसे पहले मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. पूजा के बाद झाड़ू पर आप सफेद धागा बांध दें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी.
आमतौर पर लोग झाड़ू कभी भी उठा लेते हैं लेकिन आपको ध्यान रखना है कि झाड़ू को हमेशा साफ हाथ से उठाएं. अपवित्र शरीर से झाड़ू को स्पर्श करने पर मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और आप आर्थिक संकटों से घिर सकते हैं.
झाड़ू को कभी भी खड़ा करके नहीं रखना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना गया है. इसके अलावा घर में झाड़ू को हमेशा ऐसे स्थान पर रखना चाहिए कि बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति की नजर झाड़ू पर नहीं पड़े.
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