नए विकल्प की तलाश में मुकेश सहनी, यूपी-बिहार के बाद झारखंड में की एंट्री
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नए विकल्प की तलाश में मुकेश सहनी, यूपी-बिहार के बाद झारखंड में की एंट्री

वीआईपी प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) इसी सप्ताह अपने दो दिवसीय झारखंड दौरे के क्रम में कार्यकर्ताओं की बैठक कर प्रदेश कमेटी का गठन कर दिया.

वीआईपी बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में अपने कदम बढ़ाने जा रही है.

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में चार सीटों पर जीत दर्ज करने वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के न तो विधानसभा में और ना ही विधान परिषद में एक भी सदस्य हैं. इस बीच, पार्टी अब बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में अपने कदम बढ़ाने जा रही है. 

वीआईपी प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) इसी सप्ताह अपने दो दिवसीय झारखंड दौरे के क्रम में कार्यकर्ताओं की बैठक कर प्रदेश कमेटी का गठन कर दिया. वीआईपी ने प्रोफेसर राजकुमार चौधरी को प्रदेश की जिम्मेदारी सौंप दी है.

बताया जाता है कि चौधरी झारखंड के पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) के पीएस रह चुके हैं. इसके अलावे भी कमेटी के कई पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है.

गौरतलब है कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में वीआईपी (VIP Party) ने चार सीटें जीती थी और मुकेश सहनी को भाजपा ने अपने कोटे से विधान परिषद भेजकर मंत्री भी बनाया था.

यूपी विधानसभा चुनाव में VIP ने अजमाई थी किस्मत
इसी दौरान वीआईपी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी मुकाबला करने यूपी जा पहुंची. यूपी चुनाव में तो वीआईपी को हासिल कुछ नही हुआ लेकिन भाजपा और वीआईपी के रिश्ते में कटुता आ गई. बिहार में वीआईपी के सभी विधायक भाजपा में शामिल हो गए और सहनी को भी मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा.

इधर, वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति कहते हैं कि पार्टी पदों और विधायकों से नहीं चलती, आम लोगों के प्रेम से चलती है. उन्होंने कहा कि जय प्रकाश नारायण भी कभी विधायक नहीं बने थे, लेकिन जनता का अपार समर्थन था.

उन्होंने कहा पार्टी बिहार और झारखंड में विस्तार में जुटी है. जनता का समर्थन होगा तो पार्टी फिर से सत्ता पर काबिज होगी.

(आईएएनएस)

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