Lok Sabha Elections 2023: क्या RJD-JDU के बीच फिर पड़ी फूट? सामने आई राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
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Lok Sabha Elections 2023: क्या RJD-JDU के बीच फिर पड़ी फूट? सामने आई राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एक बार फिर से राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है.  कयास लगाए जा रहे हैं कि JDU और RJD के बीच एक बार फिर से दूरी बढ़ रही है.

 (फाइल फोटो)

Patna: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एक बार फिर से राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है.  कयास लगाए जा रहे हैं कि JDU और RJD के बीच एक बार फिर से दूरी बढ़ रही है. JDU ने अभी तक MP में पाने 10 उम्मीदवारों को उतारा है. इसके अलावा आनंद मोहन इस समय नीतीश के करीबी के रूप में नज़र आ रहे हैं. ऐसे में अब इसको लेकर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया सामने आई हैं.

 

कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने कहा कि राजद और जेडीयू के बीच में दूरी बढ़ने के कोई कारण नजर मुझे तो नहीं आते हैं. नीतीश कुमार कई बार अभी हाल के ही दिनों में लगातार लालू यादव और तेजस्वी यादव से मिलने के लिए उनके घर पैदल भी गए. यह जो बातें हैं वह मीडिया की अफवाह है. जहां तक मध्य प्रदेश में जेडीयू का अपना उम्मीदवार खड़ा करने की बात है तो जेडीयू एक दल है जो निर्णय करना चाह कर सकती है, स्वतंत्र है. यह तो उनसे ही पूछिए उन्होंने क्यों खड़ा किया है. नीतीश कुमार आनंद मोहन के यहां जा रहे हैं यह उनका निर्णय है. यह उनके पार्टी का निर्णय है. इसमें किसी और से क्या कहना इसके कारण आप कहते हैं कि दूरी बढ़ गई और अगर आनंद मोहन के बेटे राजद से विधायक है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आनंद मोहन का संबंध अन्य दल के लोगों से नहीं होगा और दूसरे दल के लोग नहीं जाएंगे. यह सब मीडिया का बनाया हुआ कहानी है. सच्चाई इससे कहीं दूर है. सच यह है कि राजद और जेडीयू दोनों एक ही सिक्के के अभी दो पहलू है.

जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि देश के स्तर पर इंडिया गठबंधन का निर्माण आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हुआ है. इस बीच विभिन्न प्रदेशों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपने भाग को आजमाने के लिए उतरे हैं. हमारी पार्टी ने भी मध्य प्रदेश में उम्मीदवार दिए हैं ताकि संगठन का विस्तार हो सके. इसका कोई असर इंडिया गठबंधन की सेहत पर नहीं होगा. कांग्रेस पार्टी ने कार्यक्रम आयोजित किया महागठबंधन के सभी घटक दलों के बीच समन्वय है. लाल यादव कार्यक्रम में शामिल होते हैं ,नीतीश कुमार शामिल नहीं हो पाते हैं, इसको लेकर बहुत सारे लोग पॉलिटिकल एंगल तलाश रहे जो कहीं से उचित नहीं है. जहां तक आनंद मोहन से नीतीश कुमार के संबंधों की बात है. यह संबंध बहुत पुराना है.  नीतीश कुमार अपने संबंधों को निभाने के लिए ही जाने जाते हैं. उनके पैतृक गांव में कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं तो बहुत सारे लोग इसके राजनीतिक निहारत निकालने की कोशिश कर रहे हैं जो कहीं ना कहीं बेईमानी है.

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कोई दूरी नहीं बढ़ रही है. बिहार में महागठबंधन की सरकार मजबूती से के साथ चल रही है और बिहार की जनता के भलाई के लिए काम कर रही है बिहार में नीतीश तेजस्वी की सरकार में रोजगार का भरमार है. जिन लोगों को नहीं दिख रहा है वही लोग इस तरह का सवाल खड़े कर रहे हैं. हाथ और गले नहीं मिला है, दिल मिला है. राज्यों की परिस्थितियों अलग होती .है इंडिया गठबंधन बना है 2024 में बीजेपी मुक्त भारत बनाने के लिए वह संकल्प पूरा होगा, दूरियां बनाने का सवाल नहीं .है लालू यादव कल गए मुख्यमंत्री किन कारणों से नहीं गए व्यस्तता रहती है. बहुत सारे कार्यक्रम रहते हैं तो वह नहीं गए होंगे. इसको लेकर के कोई अगर कहीं कुछ और सवाल उठा रहे हैं यह बेमानी है इसमें कोई सच्चाई नहीं है नीतीश कुमार पूरे तरीका से इंडिया गठबंधन को मजबूती प्रदान करने के लिए लगे हुए हैं

पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जब इंडिया एलाइनेस का गठबंधन हुआ तो नीतीश कुमार को बड़ी उम्मीद थी कि इस गठबंधन के पूरे सूत्रधार के कारण जो उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा रही है कि मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनूंगा या महत्वाकांक्षा कहीं ना कहीं इंडिया एलायंस ने तार तार कर दिया है. इन दिनों कांग्रेस और राजद की नजदीकी बढ़ी है. नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड हासिये पर चले गए हैं तो स्वाभाविक है कि इस प्रकार जो इस प्रकार घटनाएं दर घटनाएं हो रही हैं तो उसके कारण नीतीश कुमार और राजद की दूरियां स्वाभाविक तौर पर बढ़ी है.  यह जो सारी चीज इंडिया एलायंस में चल रही है तो कांग्रेस और RJD की नजदीकियां बढ़ी हैं.

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