NIRF Ranking 2024: कैसे तय की जाती है कॉलेजों की रैंकिंग? देश की बेस्ट यूनिवर्सिटी का किस आधार पर होता है चयन
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NIRF Ranking 2024: कैसे तय की जाती है कॉलेजों की रैंकिंग? देश की बेस्ट यूनिवर्सिटी का किस आधार पर होता है चयन

How to Make NIRF Ranking: NIRF रैंकिंग हर साल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है. इसके माध्यम से भारत की प्रमुख यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों की रैंकिंग बताई जाती है. इसमें अलग-अलग कैटेगरी और विषयों जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट आदि के कॉलेजों की रैंकिंग शामिल होती है. 

NIRF Ranking 2024: कैसे तय की जाती है कॉलेजों की रैंकिंग? देश की बेस्ट यूनिवर्सिटी का किस आधार पर होता है चयन

NIRF Ranking 2024: आज 12 अगस्त 2024 को शाम 3 बजे NIRF रैंकिंग 2024 जारी की जाएगी, जिसमें देश के प्रमुख कॉलेजों की रैंकिंग का खुलासा होगा. इस रैंकिंग के माध्यम से बताया जाएगा कि विभिन्न क्षेत्रों जैसे मेडिकल या इंजीनियरिंग में कौन सा कॉलेज सबसे अच्छा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि NIRF रैंकिंग में कॉलेजों को किस आधार पर रैंक किया जाता है? आइए जानें बिहार के कॉलेजों के बारे में.

NIRF रैंकिंग क्या है?
NIRF का पूरा नाम है- नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क है. यह रैंकिंग हर साल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है. इसके माध्यम से भारत की शीर्ष यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों की रैंकिंग प्रकाशित की जाती है. NIRF की शुरुआत 2015 में हुई थी.

NIRF रैंकिंग में किस-किस कैटेगरी के कॉलेजों की रैंकिंग होती है?

  • इंजीनियरिंग कॉलेज: 200
  • मैनेजमेंट और फार्मेसी कॉलेज: 75
  • मेडिकल और रिसर्च कॉलेज: 50
  • डेंटल कॉलेज: 40
  • लॉ कॉलेज: 30
  • आर्किटेक्चर कॉलेज: 25
  • ओवरऑल, यूनिवर्सिटी और कॉलेज: 100
  • NIRF रैंकिंग देने के प्रमुख पैरामीटर:

टीचिंग, लर्निंग और रिसोर्स (TLR), यह 4 सब-पैरामीटर्स पर आधारित है

  • कुल छात्रों की संख्या
  • टीचर्स और स्टूडेंट्स का अनुपात
  • पीएचडी डिग्री वाले और अनुभवी टीचर्स की संख्या
  • आर्थिक संसाधन और उनका उपयोग

रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिस (RP), इसमें 4 सब-पैरामीटर्स होते हैं

  • प्रकाशित रिसर्च पेपर्स की संख्या
  • रिसर्च पेपर्स की गुणवत्ता
  • IPR और पेटेंट की संख्या
  • प्रोफेशनल प्रैक्टिस और प्रोजेक्ट्स की उपलब्धियां

ग्रेजुएशन आउटकम (GO), इसमें 2 सब-पैरामीटर्स शामिल हैं

  • कॉलेज या यूनिवर्सिटी के एग्जाम परिणाम
  • पास हुए पीएचडी स्टूडेंट्स की संख्या

आउटरीच और इन्क्लूसिविटी (OI), इसमें 5 सब-पैरामीटर्स होते हैं

  • दूसरे राज्यों या देशों के छात्रों की संख्या
  • महिलाओं और छात्राओं की संख्या
  • सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों की संख्या
  • दिव्यांग छात्रों के लिए सुविधाएं
  • स्टूडेंट्स की संस्थान के बारे में राय

जानकारी के लिए बता दें कि  NIRF रैंकिंग कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज की गुणवत्ता और प्रदर्शन को विभिन्न मानदंडों पर आंका जाता है. ताकि सही और सटीक रैंकिंग दी जा सके.

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