Shukrawar ke Upaay Totake: आज के शुक्रवार की रात को अष्ट लक्ष्मी की पूजा जरूर कर लें. अगर धन संपदा की चाहत है तो यह पूजा आपके लिए है. मां अष्ट लक्ष्मी को लाल फूल पसंद हैं. उन्हें पूजा में गुलाब या गुड़हल जरूर चढ़ाएं.
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पटनाः Shukrawar ke Upaay Totake: सनातन परंपरा में शुक्रवार का दिन बेहद खास होता है. यह शक्ति स्वरूपा मां भगवती के स्वरूपों का दिन है. इस दिन देवी लक्ष्मी, मां दुर्गा दोनों की ही आराधना की जाती है. इस दिन माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की जाती है. आज की खास बात यह है कि यह शुक्रवार साल का पहला शुक्रवार है और पौष पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है. इसलिए इसका महत्व काफी बढ़ जाता है.
अगर कुंडली में शुक्र ग्रह ठीक स्थिति में न हो तो इसके दोषों को भी दूर करने का आज उत्तम दिन है. शुक्र ग्रह के खराब होने से दांपत्य में कष्ट आ जाते हैं और पति-पत्नी के संबंधों में मधुरता नहीं रहती है. ऐसे में शुक्र दोषों को दूर करने के लिए भी आज के दिन विशेष उपाय किए जा सकते हैं. शुक्रवार के दिन माता की पूजा करने और व्रत रखने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. ..
शुक्रवार के दिन करें ये उपाय
1. ज्योतिष कहता है कि शुक्रवार को पहले सुबह उठकर स्नान करें. फिर साफ कपड़े पहन कर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें. पूजा के दौरान लक्ष्मी स्त्रोत, श्री सूक्त या फिर कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें. इससे मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
2. आज के शुक्रवार की रात को अष्ट लक्ष्मी की पूजा जरूर कर लें. अगर धन संपदा की चाहत है तो यह पूजा आपके लिए है. मां अष्ट लक्ष्मी को लाल फूल पसंद हैं. उन्हें पूजा में गुलाब या गुड़हल जरूर चढ़ाएं.
3. शुक्रवार की आज की रात को ‘ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नम: स्वाहा’ मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे आपकी धन से संबंधित सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी.
4. शुक्रवार की रात को एक गुलाबी रंग के कपड़े पर श्री यंत्र और अष्ट लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें. इससे बिजनेस में आ रही अड़चनें दूर होगी. आपको दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की मिलेगी.
5. अगर दांपत्य में मधुरता-मिठास नहीं है तो शुक्रवार के दिन एक मिट्टी का दीपक लें. उसमें कपूर रखकर जलाएं. अब उस दीपक को पूरे घर में दिखाकर बाहर रख दें. इससे दांपत्य जीवन में मिठास बढ़ती है.
6. खुशहाल शादीशुदा जीवन के लिए शुक्रवार के दिन मां महालक्ष्मी की पूजा करें. माता को सुहाग का सामान अर्पित करें. जिसमें लाल रंग का वस्त्र, लाल चुनरी, लाल बिंदी और लाल चूड़ियां जरूर शामिल करें.