Bihar Education : मधुबनी में शिक्षकों की आपसी गुटबाजी में बच्चों का निवाला तक बंद, विद्यालय में पढ़ाई है राम भरोसे
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Bihar Education : मधुबनी में शिक्षकों की आपसी गुटबाजी में बच्चों का निवाला तक बंद, विद्यालय में पढ़ाई है राम भरोसे

विद्यालय में एक हजार से अधिक छात्र छात्राएं नामांकित हैं. शिक्षा विभाग ने 12 शिक्षकों पर स्कूल के पठन-पाठन की जिम्मेदारी भी सौंपी है, लेकिन शिक्षकों के गुटबाजी और सीनियर जूनियर के चक्कर में स्कूल के मासूम बच्चे पीस रहे हैं. 

Bihar Education : मधुबनी में शिक्षकों की आपसी गुटबाजी में बच्चों का निवाला तक बंद, विद्यालय में पढ़ाई है राम भरोसे

मधुबनी : शिक्षकों की आपसी गुटबाजी के कारण जयनगर अनुमंडल मुख्यालय में स्थित यमुनाधर रुंगटा कन्या मध्य विद्यालय में करीब एक माह से बच्चों के बीच मध्याह्न भोजन बंद है. एसडीओ कार्यलय से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित विद्यालय का ये हाल है. ग्रामीण क्षेत्र का विद्यालय भगवान भरोसे चल रहा है. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

विद्यालय में एक माह से बंद है मध्याह्न भोजन
इस विद्यालय में एक हजार से अधिक छात्र छात्राएं नामांकित हैं. शिक्षा विभाग ने 12 शिक्षकों पर स्कूल के पठन-पाठन की जिम्मेदारी भी सौंपी है, लेकिन शिक्षकों के गुटबाजी और सीनियर जूनियर के चक्कर में स्कूल के मासूम बच्चे पीस रहे हैं. विद्यालय में मध्याह्न भोजन करीब एक माह से बंद है. मिड डे मील बंद होने की वजह जान कर चौक जायंगे. दरअसल, पूर्व के प्रभारी प्रधानाध्यापक का स्थानांतरण हो गया, लेकिन प्रभारी प्रधानाध्यापक ने स्कूल के वर्त्तमान प्रधानाध्यापक को वितीय प्रभार नहीं सौपा है. वो भी इसलिए कि वह पुनः उसी स्कूल में योगदान देने के लिए वापस आ जाएंगे.

स्थानांतरण होने के बाद भी पूर्व प्रभारी का बंद नहीं हुआ मोहभंग 
स्कूल में वित्तीय प्रभार नहीं मिलने पर गौतम कुमार गगन नामक शिक्षक को सिर्फ शैक्षणिक प्रभार सौंपा गया. उन्होंने बिना प्रधानाध्यापक प्रभार के ही विद्यालय संचालन कार्य करते रहे. बावजूद पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा वित्तीय प्रभार नहीं देकर मध्याह्न संचालक के लिए राशि उपलब्ध करा दी जाती थी. स्थानांतरण होने के बाद भी पूर्व प्रभारी का विद्यालय से मोहभंग नहीं हुआ. यही कारण है कि अब तक विद्यालय के किसी भी शिक्षक को संपूर्ण प्रभार नहीं सौंपा गया.

विद्यालय शिक्षकों की माने तो स्कूल शीतकालीन छूटटी के बाद स्कूल के खुलने के बाद से अब तक स्कूल में पूरी तरह से मध्याह्न भोजन बंद है. क्योंकि पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा वित्तीय प्रभार नहीं दिया गया है. जिस कारण मध्याह्न भोजन की राशि आवंटन नहीं किया जा सका है. इस संदर्भ में पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पूनम राजीव ने बताया कि प्रभार की समस्या है. सीनियर जूनियर की लड़ाई चल रहा है जिसके कारण मध्याह्न भोजन बंद है. जल्द समस्या का समाधान कर मध्याह्न चालू किया जाएगा.

इनपुट- बिंदु भूषण

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