Big Bazaar हुआ दिवालिया, क्या बैंकों के 17 हजार करोड़ डूब जाएंगे ?
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Big Bazaar हुआ दिवालिया, क्या बैंकों के 17 हजार करोड़ डूब जाएंगे ?

Future retail पर बैंकों का लगभग 17 हज़ार करोड़ बकाया है. फ्यूचर रिटेल  को दिसंबर तक बैंकों का 3494 करोड़ चुकाना था जिसको वो नहीं चुका पाया.

(फाइल फोटो)

पटना : 'नए इंडिया का बाजार' Big Bazaar ये विज्ञापन टीवी,अखबारों और मॉल्स में हर तरफ देखा होगा, लेकिन अब 'नए इंडिया का बाजार' बचा ही नहीं, ये कहना गलत नहीं होगा. आपको बता दें कि बिग बाजार रिटेल चैन को चलाने वाली कंपनी फ्यूचर रिटेल को अब NCLT द्वारा दिवालिया घोषित कर दिया गया है. दरअसल बैंक ऑफ़ इंडिया की अर्जी को मंजूरी देते हुए NCLT ने फ्यूचर रिटेल को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. 

NCLT क्या है ?
NATIONAL COMPANY LAW TRIBUNAL ( राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण ) इसकी स्थापना जून 2016 में कंपनी अधिनियम 2013 सेक्शन 408 के तहत हुई थी. सरल भाषा में समझे तो NCLT किसी भी कंपनी के डिफॉल्ट होने की सूरत में कार्य करती है. जिसमें कंपनी के रिवाइव के लिए इन्सॉल्वेंसी प्रोफेसनल नियुक्त किया जाता है, अगर कंपनी 180 दिन में रिवाइव हो जाती है तब तो ठीक है, वरना उस कंपनी को दिवालिया मानकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाती है.

फ्यूचर ग्रुप पर बैंकों का कितना बकाया ?
Future retail पर बैंकों का लगभग 17 हज़ार करोड़ बकाया है. फ्यूचर रिटेल  को दिसंबर तक बैंकों का 3494 करोड़ चुकाना था जिसको वो नहीं चुका पाया. जिसके बाद कंपनी को NPA बनाये जाने का खतरा होने लगा, इसके बाद बैंकों द्वारा 30 दिन का ग्रेस पीरियड दिया गया लेकिन कंपनी उस समय में भी बैंकों का भुगतान नहीं कर पाई.

Amazon और Reliance विवाद 
NCLT के आदेश के बाद US की Online रिटेल कंपनी Amazon ने बैंक ऑफ़ इंडिया और फ्यूचर रिटेल को इस मामले में मिला हुआ बताया है. Amazon ने कहा बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा दायर की गई याचिका "दुर्भावनापूर्ण" है, इससे पहले साल 2020 में रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप के बीच 24713 करोड़ की डील हुई थी, जिसके बाद रिलायंस बिग बाजार का अधिग्रहण करने वाला था, लेकिन  रिलायंस ने बाद में ये कहकर इस डील को कैंसिल कर दिया की ये प्रस्ताव सुरक्षित कर्जदाताओं को मंजूर नहीं है.  

90% तक गिर गए फ्यूचर ग्रुप के शेयर 
रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप की डील के बाद फ्यूचर ग्रुप के शेयर गिरना बंद हुए थे, लेकिन जैसे ही ये डील कैंसिल हुई शेयरों के भाव औंधे मुंह गिर गए. फ्यूचर ग्रुप के शेयर प्राइस 90% तक गिर चुके हैं.  BSE पर Future retail का शेयर प्राइस 52 हफ्ते पहले 65.50 था जो अब गिर कर 6.62 हो गया है. वहीं Future Consumer का भी वही हाल है जो 52 हफ्ते पहले 9.25 था अब उसका प्राइस मात्र 1.92 रह गया है. 

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