Akhilesh Yadav Kannauj: तेज प्रताप का अखिलेश यादव से चाचा-भतीजा वाला रिश्ता है. वह दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई के पोते हैं, इसलिए रिश्ते में अखिलेश यादव उनके चाचा लगते हैं.
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Akhilesh Yadav Kannauj: बिहार के पूर्व सीएम और राजद अध्यक्ष लालू यादव के दामाद तेज प्रताप यादव के साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जबरदस्त खेला कर दिया. अखिलेश ने तेज प्रताप को कन्नौज लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर मैदान में उतारा था. हालांकि, सपा अध्यक्ष ने अंतिम समय में तेज प्रताप को झटका देते हुए उनका टिकट काट दिया और खुद कन्नौज से नामांकन भर दिया. बता दें कि तेज प्रताप लालू यादव की बेटी राजलक्ष्मी के पति हैं और तेजस्वी यादव के जीजा हैं. तेज प्रताप का अखिलेश यादव से चाचा-भतीजा वाला रिश्ता है. रिश्ते में अखिलेश यादव उनके चाचा हैं.
तेज प्रताप ने 2014 में मैनपुरी में हुए उपचुनाव से राजनीति में कदम रखा था. हालांकि, इसके बाद उन्हें दोबारा मौका नहीं मिला. जानकारी के मुताबिक, तेज प्रताप की उम्मीदवारी का विरोध लोकल नेताओं ने ही कर दिया था. सपा की लोकल यूनिट इस फैसले के विरोध में उतर आई थी. कन्नौज के सपा नेताओं का एक डेलिगेशन पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मिलने पहुंच गया. सपा नेताओं के डेलिगेशन ने अखिलेश को कार्यकर्ताओं की नाखुशी से अवगत कराया और यह मांग दोहराई कि इस बार के चुनाव में वह खुद उतरें.
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कहा तो यह तक जा रहा था कि खोया गढ़ वापस पाने के लिए सपा के सामने सबसे मजबूत विकल्प यही है कि खुद अखिलेश मैदान में उतरे हैं. वहीं तेज प्रताप की टिकट कटने पर उनकी पत्नी राजलक्ष्मी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. राज लक्ष्मी यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि जो भी निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व और कन्नौज की जनता का है उनका फैसला समाजवादी पार्टी के हित में बिलकुल सही है. इस बार कन्नौज की जनता भाजपा को भगाने का काम करेगी. पार्टी हित सर्वोपरि और पार्टी से बढ़कर कुछ भी नहीं है. सपा इससे पहले बदायूं, मेरठ, मोरादाबाद, मिश्रिख, गौतमबुद्ध नगर सीट से भी उम्मीदवार बदल चुकी है.