Bihar News: शहर से लगभग 40 किमी दूर रंगारेड्डी जिले के कागजघाट में सिरी नेचर वैली रिज़ॉर्ट में उनके ठहरने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. तेलंगाना में सत्ता में मौजूद कांग्रेस ने विधायकों के रहने की सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए थे.
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पटना : बिहार में नई एनडीए सरकार के शक्ति परीक्षण से एक दिन पहले विपक्षी कांग्रेस के विधायक हैदराबाद से लौट आए. एक रिसॉर्ट से कड़ी सुरक्षा के बीच निकाले जाने के बाद विधायक शमशाबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से विमान में सवार हुए. विश्वास मत से पहले भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) द्वारा संभावित खरीद-फरोख्त के प्रयासों से बचने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद स्थानांतरित कर दिया था.
इसके अलावा बता दें कि सोलह विधायक 4 फरवरी को हैदराबाद पहुंचे थे और उन्हें शहर के पास एक रिसॉर्ट में ठहराया गया था. पार्टी सूत्रों ने बताया कि बाकी तीन विधायक बाद में उनके साथ शामिल हो गए. शहर से लगभग 40 किमी दूर रंगारेड्डी जिले के कागजघाट में सिरी नेचर वैली रिज़ॉर्ट में उनके ठहरने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. तेलंगाना में सत्ता में मौजूद कांग्रेस ने विधायकों के रहने की सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए थे. विधायकों ने पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में तिरूपति का भी दौरा किया और बालाजी मंदिर में दर्शन किये.
विधायकों को 12 फरवरी को विश्वास मत से पहले खरीद-फरोख्त की आशंकाओं के बीच पटना से हैदराबाद ले जाया गया. कांग्रेस 'महागठबंधन' का दूसरा सबसे बड़ा घटक है, जिसने हाल ही में मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के एनडीए में लौटने के बाद सत्ता खो दी है. बिहार के विधायक उस दिन हैदराबाद पहुंचे थे जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और झारखंड के कांग्रेस विधायक हैदराबाद में तीन दिवसीय प्रवास के बाद रांची लौटे थे.
दोनों पार्टियों के करीब 40 विधायक तीन दिन तक हैदराबाद के बाहरी इलाके लियोनिया रिसॉर्ट में रुके थे. चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड की नई सरकार ने 5 फरवरी को राज्य विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर दिया.
इनपुट-आईएएनएस
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