Bihar Exit Poll 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं. सभी एग्जिट पोल्स में पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए एक बार फिर से प्रचंड जीत हासिल कर रही है. एनडीए को बिहार में भी बड़ी बढ़त मिल रही है. एग्जिट पोल्स के अनुसार, प्रदेश में इस बार एनडीए को थोड़ा नुकसान जरूर हो रहा है, लेकिन कोई खास बड़ा उलटफेर तो नहीं हो रहा है. अगर 04 जून को परिणाम भी एग्जिट पोल्स के अनुसार ही आया तो नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.
- बिहार में बीजेपी ने नीतीश कुमार की जेडीयू, चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास), जीतन राम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है. पशुपति पारस की पार्टी भी एनडीए का हिस्सा है, लेकिन उन्हें एक भी सीट नहीं मिली थी. महागठबंधन में कांग्रेस और राजद ने वामदलों को साथ लेकर एनडीए को रोकने का प्रयास किया था. मुकेश सहनी की वीआईपी भी महागठबंधन का हिस्सा है. उन्हें तेजस्वी यादव ने अपने कोटे से तीन सीटें दी हैं.
- इस चुनाव में तेजस्वी यादव दम भर रहे थे कि बिहार में इस बार NDA का सफाया हो जाएगा, लेकिन एग्जिट पोल के नतीजों में कोई खास फर्क दिखाई नहीं दे रहा है. हां ये बात अलग है कि पिछले चुनाव के मुकाबले NDA कुछ नुकसान जरूर हो रहा है. इस बार RJD का खाता खुल सकता है और कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार हो सकता है.
- India Today- Axis My India के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में एनडीए को 29-33 सीटें मिल रही हैं. तो वहीं महागठबंधन को 7-10 सीटें मिलने जा रही हैं. इसके अलावा 0-2 सीटें अन्य के खाते में जा रही हैं. इस एग्जिट पोल में महागठबंधन के वोट शेयर में जबरदस्त इजाफा हो रहा है.
- India Today- Axis My India के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार एनडीए में चिराग पासवान की सफलता की दर सबसे ज्यादा है. वहीं नीतीश कुमार सबसे कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं. एनडीए में शामिल बीजेपी की सीटें भी घट रही हैं. सिर्फ चिराग पासवान की पार्टी ही अपने हिस्से की सारी सीटें जीतती नजर आ रही है. जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा भी अपनी-अपनी सीट से जीत सकते हैं.
- नीतीश कुमार की पलटी मारने वाली आदत के कारण अब लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता में कमी आई है. वहीं नीतीश कुमार की ओर से लालू यादव के ऊपर निजी टिप्पणी करना भी लोगों को पसंद नहीं आया. सके अलावा तेजस्वी यादव का रोजगार वाला दांव चल गया है. रोजगार के मुद्दे पर तेजस्वी अपने साथ युवा वोटरों को जोड़ने में कामयाब होते दिख रहे हैं.
- स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स एजेंसी के सर्वे ने बिहार में एनडीए की बड़ी जीत का दावा किया गया है. इस सर्वे में बीजेपी, जेडीयू और उनकी सहयोगी पार्टियों को 38 सीटें मिलने की बात कही गई है.
- रिपब्लिक भारत-Matrize के एग्जिट पोल में भी एनडीए को 32-37 सीटें मिल सकती हैं. महागठबंधन के खाते में इस बार 02-07 सीटें जा सकती हैं. वहीं अन्य को 0-1 सीट मिल सकती है.
- PEOPLE’S INSIGHT, POLSTRAT और TV9 के एग्जिट पोल के नतीजों पर गौर करें तो बिहार में NDA के खाते में जहां 29 सीटें आ रही हैं तो वहीं महागठबंधन को सिर्फ आठ सीटों से संतोष करना पड़ रहा है. पार्टी के हिसाब से बात करें तो BJP-17, JDU-7, RJD-6, LJP(R)-4, कांग्रेस-2, लेफ्ट-0 और निर्दलियों के खाते में तीन सीटें जाने का अनुमान है.
- एग्जिट पोल के नतीजे तेजस्वी यादव के लिए किसी झटके से कम नहीं हैं. पिछली बार की तरह इस बार भी महागठबंधन में राजद ने बड़े भाई की भूमिका निभाई. लालू यादव और तेजस्वी यादव ने सभी सहयोगियों को दबाकर रखा और सबसे अधिक 26 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन 2014, 2019 की तरह 2024 में भी उनकी पार्टी कुछ खास कमाल करती दिखाई नहीं दे रही है.
- तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल्स को गलत बताया है. उनका कहना है कि परिणाम वही होगा, जो इंडी एलायंस की दिल्ली में हुई बैठक के बाद बताया गया है. उन्होंने कहा है कि उन्हें एग्जिट पोल पर नहीं बल्कि जनता पर भरोसा है.
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