अब फल्गु के किनारे पूरे साल हो सकेगा पिंडदान और तर्पण, माता सीता के श्राप से किया गया मुक्त, जानिए कैसे
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अब फल्गु के किनारे पूरे साल हो सकेगा पिंडदान और तर्पण, माता सीता के श्राप से किया गया मुक्त, जानिए कैसे

 धार्मिक व पौराणिक नगरी गया का अब स्वरूप बदल चुका है और सीता माता के द्वारा अंततः सलिला फल्गु नदी श्राप से अब पूरी तरह से मुक्ति पाने वाली है. इस वर्ष गया में अपने पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान करने आए यात्रियों को एक अलग ही तस्वीर यहां देखने को मिलेगी. 

(फाइल फोटो)

गया : पितरों के मोक्ष की नगरी गया, जहां पर बहती फल्गु नदी के लिए के लिए कहते हैं कि इसे सीता माता ने श्राप दिया था. कहते हैं कि फल्गु के किनारे पितरों का पिंडदान इतना प्रभावी है कि वह सीधे उन पितरों के लिए स्वर्ग का रास्ता खोलता है. लेकिन इस नदी को माता सीता का श्राप भी प्राप्त है. माता सीता के श्राप की वजह से यह नदी भूमि के नीचे बहती है इसलिए इसे भू-सलिला कहते हैं.

सलिला फल्गु नदी अब माता सीता के श्राप से पूरी तरह होगी मुक्त
लेकिन अब धार्मिक व पौराणिक नगरी गया का अब स्वरूप बदल चुका है और सीता माता के द्वारा अंततः सलिला फल्गु नदी श्राप से अब पूरी तरह से मुक्ति पाने वाली है. इस वर्ष गया में अपने पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान करने आए यात्रियों को एक अलग ही तस्वीर यहां देखने को मिलेगी. जो गया के इतिहास में पहली बार होगा. जिसका शुभारंभ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया जाएगा.

फल्गु नदी पर देश का सबसे बड़ा रबर डैम
बता दें कि बिहार के गया में फल्गु नदी पर देश का सबसे बड़ा रबर डैम का निर्माण कराया गया है. यह डैम बनकर तैयार है और अब इस 411 मीटर लंबे​ डैम का उद्घाटन नीतीश कुमार को करना है. इस डैम का निर्माण विष्णुपद मंदिर के पास किया गया है. दो साल से कोरोना की वजह से यहां पिंडदान करने आनेवाले लोगों की आमद नहीं थी लेकिन इस बार यहां बड़ी संख्या में 9 सितंबर से पितृपक्ष मेले की शुरुआत के साथ लोग आना शुरू करेंगे. ऐसे में यहां आ रहे लोगों के लिए नीतीश सरकार की तरफ से यह तोहफा होगा. 8 सितंबर को CM नीतीश कुमार इसका उद्घाटन करेंगे. 

श्राप की वजह से फल्गु नदी में सिर्फ बारिश के मौसम में ही रहता था पानी 
आपको बता दें कि माता सीता के श्राप की वजह से फल्गु नदी में सिर्फ बारिश के मौसम में ही सतह पर पानी बहता दिखता है. बाकी दिनों में इस नदी में पानी नहीं रहता है. जबकि पिंडदान के बाद तर्पण के लिए इसी नदी के जल की जरूरत होती है. ऐसे में नदी में पानी नहीं होने की वजह से स्थानीय लोगों को और पर्यटकों को परेशानी होती है. इसीको देखते हुए इस नए डैम का निर्माण कराया गया है. इससे अब नदी की सतह पर सालभर पानी रहेगा. इससे यहां आनेवाले लोगों को परेशानी नहीं होगी. 

वही इसको लेकर जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस एम ने बताया कि गया में फल्गु नदी के डैम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया जाएगा और इसका निर्माण इसलिए किया गया है ताकि फल्गु नदी में सालों भर निरंतर पानी रहे. क्योंकि पहले लोगों को तर्पण करने में काफी परेशानी होती थी, लेकिन अब कोई भी परेशानी नहीं होगी और डैम के ऊपर स्टील ब्रिज का भी शुभारंभ किया जाएगा ताकि इस घाट से उस घाट तक कोई भी यात्रियों को आने जाने में सहूलियत होगी.

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