मीडिया की स्वतंत्रता में आड़े आ रही शक्तियों के खिलाफ खड़े होने का समय, प्रेस फ्रीडम पर बोले पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. सुभाष चंद्रा
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मीडिया की स्वतंत्रता में आड़े आ रही शक्तियों के खिलाफ खड़े होने का समय, प्रेस फ्रीडम पर बोले पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. सुभाष चंद्रा

इससे पहले 3 मई, 2024 को विश्व प्रेस फ्रीडम डे पर एक वीडियो संदेश जारी कर डॉ. चंद्रा ने प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व पर जोर दिया था. यह वीडियो बहुत वायरल हुआ था और मीडिया जगत में इसे काफी तारीफ मिली थी. 

डॉ. सुभाष चंद्रा, पूर्व राज्यसभा सदस्य

कुछ विवादास्पद कंटेंट के चलते जी न्यूज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इंटरव्यू टेलीकास्ट नहीं किया तो पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बोल दिया. पंजाब सरकार ने जी न्यूज, जी पीएचएच, और जी दिल्ली एनसीआर चैनलों पर रोक लगा दी और जी एंटरटेनमेंट के चैनलों पर प्रतिबंध भी लगा दिया. कानूनी कदम उठाने के बाद जी न्यूज ने अपने चैनलों को बहाल करने में सफलता हासिल की. इन सब मसलों पर सोमवार को पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने मीडिया की स्वतंत्रता के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि जी मीडिया हमेशा निष्पक्ष खबर प्रस्तुत करने को लेकर प्रतिबद्ध रहेगा.

डॉ. चंद्रा ने सभी हितधारकों से मीडिया की स्वतंत्रता में आड़े आ रही शक्तियों के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया और साथ ही वचन दिया कि जी मीडिया हमेशा ​स्वतंत और निष्पक्ष पत्रकारिता के धर्म का निर्वाह करेगा. उन्होंने सच को पूरे साहस के साथ सत्ता के सामने पेश करने, सार्वजनिक मसलों पर ध्यान केंद्रित करने, पत्रकारों को मुश्किल समय में अपनी सत्यनिष्ठा बचाए रखने के लिए प्रशिक्षण देने और जरूरी होने पर प्रेस फ्रीडम के उल्लंघन के खिलाफ पीआईएल दाखिल करने जैसे कानूनी उपाय अपनाने पर भी बल दिया.

पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. चंद्रा ने कहा, हम आज लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के बारे में बात करेंगे. पुणे के पोर्श कांड आज ताजा उदाहरण है कि कैसे चौथं स्तंभ ने न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्रेस फ्रीडम डे के दिन मेरा एक वीडियो रिलीज हुआ था. आज हमें कहां होना चाहिए और कहां हम खड़े हुए हैं. उन्होंने कहा, देश की आर्थिक, सामाजिक संरचना और कमजोर लोगों की सुरक्षा के लिए स्वतंत्र मीडिया बहुत ज़रूरी है. उन्होंने कहा, दर्शकों के प्रति अपने धर्म को पूरा करने के लिए वो और उनकी पूरी टीम कोई भी कीमत चुकाने को तैयार है. डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, ज़ी मीडिया ने हमेशा अपने काम और मूल्यों के जरिए मीडिया संगठनों के लिए एक उदाहरण स्थापित करने का लक्ष्य रखा है.

डॉ. चंद्रा ने ज़ी न्यूज की साख को लेकर कहा कि कई बार हमारी साख गिरी है लेकिन हमने फिर उसे वापस पाने में भी सफलता हासिल की है. उन्होंने कहा कि काम अच्छा होता है तो मैं पूरे टीम की तारीफ करता हूं और गलत होने पर खुद जिम्मेदारी भी लेता हूं. बता दें कि जी मीडिया के प्रमुख चैनल जी न्यूज ने 23 मई 2024 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक इंटरव्यू किया था, जिसके बाद जी मीडिया की स्वतंत्र संपादकीय टीम ने कुछ विवादास्पद सामग्री के चलते इंटरव्यू के प्रसारण को रोक दिया था. दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी की ओर से जी न्यूज पर पूरा इंटरव्यू प्रसारित करने पर जोर डाला जा रहा था और न मानने पर गंभीर परिणाम भुगतने जैसे पंजाब सरकार की ओर से विज्ञापन न देना भी शामिल है, की धमकी भी दी गई. इसके बाद जी समूह के चैनलों को पंजाब मे बैन कर दिया गया.

इससे पहले 3 मई, 2024 को विश्व प्रेस फ्रीडम डे पर एक वीडियो संदेश जारी कर डॉ. चंद्रा ने प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व पर जोर दिया था. यह वीडियो बहुत वायरल हुआ था और मीडिया जगत में इसे काफी तारीफ मिली थी. बाद में सरकार की ओर से उन्हें आश्वासन मिला कि चुनावों के बाद नई सरकार के साथ मिलकर प्रेस स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे. डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, मीडिया की स्वतंत्रता के बिना एक स्वस्थ लोकतंत्र की कल्पना नहीं की जा सकती. जी मीडिया की प्रतिबद्धता हमेशा इस स्वतंत्रता को बनाए रखने और सार्वजनिक हित की पत्रकारिता को बढ़ावा देने की रहेगी.