देवघर में धीरेंद्र शास्त्री बोले- पूरे देश में लहराएगा सनातन का परचम
Advertisement

देवघर में धीरेंद्र शास्त्री बोले- पूरे देश में लहराएगा सनातन का परचम

देवघर में शुक्रवार को बाबा बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रवचन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. पहली बार झारखंड आए प्रसिद्ध प्रवचनकर्ता ने कहा, “मुझे झारखंड आने से रोकने की कोशिश की कई. यहां की सरकार परमिशन नहीं दे रही थी.

(फाइल फोटो)

देवघर: देवघर में शुक्रवार को बाबा बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रवचन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. पहली बार झारखंड आए प्रसिद्ध प्रवचनकर्ता ने कहा, “मुझे झारखंड आने से रोकने की कोशिश की कई. यहां की सरकार परमिशन नहीं दे रही थी. मुझे रोकने वाले कान खोलकर सुन लो, ठठरी बंधेगी, हम पीछा नहीं छोड़ेंगे. महादेव का बुलावा आया तो मैं दौड़ा चला आया. अब आ गया हूं तो जाने वाले नहीं हैं.”

देवघर कॉलेज मैदान में आयोजित सत्संग में उन्होंने कहा कि झारखंड में भी सनातन का परचम लहराएगा. भारत का बच्चा अब जय श्रीराम बोलेगा. बाबा आएगा, सनातन धर्म का परचम लहराएगा, लेकिन हमारे हनुमान जी को कोई रोके, भगवान राम को रोके, हमें अच्छा नहीं लगता है.

श्रद्धालुओं के उत्साह को देखकर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि देवघर और झारखंड में मेरे बालाजी के इतने पागल हैं. पता होता तो बहुत पहले ही आ जाते. आपसे मिलना तो एक बहाना है, असलियत में पूरे देश में हिंदुओं को जगाना है. जब तक पूरे भारत के हिंदू जाग नहीं जाते तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे.

उन्होंने श्रद्धालुओं का आह्वान करते हुए कहा कि तुम मेरा साथ दो हम मिलकर हिंदू राष्ट्र देंगे. राम के हृदय में बाबा भोलेनाथ बैठे हैं और भोलेनाथ के हृदय में राम हैं. देवघर में द्वादश ज्योतिर्लिंग है. बाबा बैद्यनाथ यहां साक्षात विराजमान हैं.

बागेश्वरधाम सरकार के इस प्रवचन का आयोजन गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने किया था. बाबा को सुनने के लिए झारखंड के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे.

बता दें कि इसके पहले झारखंड के धनबाद और पलामू में बाबा के प्रस्तावित कार्यक्रमों को जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी. हालांकि, बाद में हाईकोर्ट ने एक रिट पर सुनवाई करते हुए पलामू में आयोजन पर जिला प्रशासन की रोक हटा दी थी, लेकिन वहां कतिपय कारणों से आयोजन नहीं हो पाया था.

(इनपुट आईएएनएस के साथ)