Jharkhand News: प्रदीप यादव अपने पैसे और रसूख का प्रभाव दिखाते हुए अब तक बेल पर हैं, बाबूलाल मरांडी को भी पीड़िता ने अपनी व्यथा बताई थी, इसलिए संभवत हाई कोर्ट में इनकी भी गवाही हो सकती है, हाई कोर्ट ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है, और किसी भी हालत में प्रदीप यादव को जेल जाना होगा.
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देवघर : विधायक प्रदीप यादव के क्रिमिनल रिवीजन याचिका को झारखंड हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है. जिसके बाद सांसद निशिकांत दुबे ने अपने बयान से झारखंड की राजनीति में फिर से भूचाल ला दिया है. सांसद निशिकांत दुबे ने प्रदीप यादव पर तंज कसते हुए कहा कि भाग सिटी भाग तू जेल जाएगा.
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि चुनाव के वक्त कोई भी जनप्रतिनिधि हो वह जनता के बीच जाकर अपने कार्यों का हिसाब देती है, लेकिन प्रदीप यादव चुनाव के दरमियान अपनी महिला कार्यकर्ता के साथ यौन शोषण जैसे जगन्य अपराध करता है, 2019 में देवघर महिला थाने में मामला दर्ज होता है, और प्रदीप यादव अपने पैसे और रसूख का प्रभाव दिखाते हुए अब तक बेल पर हैं, बाबूलाल मरांडी को भी पीड़िता ने अपनी व्यथा बताई थी, इसलिए संभवत हाई कोर्ट में इनकी भी गवाही हो सकती है, हाई कोर्ट ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है, और किसी भी हालत में प्रदीप यादव को जेल जाना होगा.
सांसद निशिकांत दुबे ने वन नेशन वन इलेक्शन के ऊपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 5 सालों के लिए जनप्रतिनिधि को कार्य करने का मौका मिलता है, लेकिन तकरीबन डेढ़ साल अलग-अलग चुनाव प्रक्रिया में समय खर्च हो जाता है, जिससे विकास कार्य बाधित होता है, और जनता के पैसे का दुरुपयोग होता है, ऐसे में जनप्रतिनिधियों को 3 साल लगभग कम करने का मौका मिलता है. वन नेशन वन इलेक्शन अगर लागू हो जाती है जो कि इतना आसान नहीं है लेकिन अगर यह लागू हो जाता है तो देश की जनता का पैसा बचेगा और जनप्रतिनिधि 5 साल तक विकास के कार्य कर सकेंगे.
इनपुट- विकास राऊत