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बोकारो: Jharkhand News: झारखंड के बोकारो जिले के स्कूल से एक ऐसी तस्वीर सामने आ रही है जिसे देखकर कोई भी दंग रह जाएगा. शिक्षा के मंदिर में शिक्षा ग्रहण करने आए छात्र-छात्राएं यहां झाड़ू लगा रहे हैं, वहीं शिक्षक और शिक्षिका हाथ पर हाथ धरे छोटे-छोटे बच्चों को निर्देश दे रहे हैं.
बोकारो जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भतुआ चास 3 रानीपोखर स्कूल में 50 बच्चों एवं बच्चियों की उपस्थिती देखी गई. वहीं स्कूल के प्रिंसिपल मैडम का कहना है कि स्कूल में डेढ़ सौ बच्चे और बच्चियां हैं. बातचीत के दौरान प्रिंसिपल ने बताया कि चार क्लास रूम है. इसमें दो सहायिका और दो टीचर हैं. यह वाकया उस समय हुआ जब छोटे बच्चों से ग्राउंड में झाड़ू एवं कचरा उठवाया जा रहा था.
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वहीं मौके पर खड़े प्रिंसिपल मैडम और एक शिक्षक बच्चों को कचरा उठाने का डायरेक्शन दे रहे थे. यहां से कटरा उठाओ वहां से उठाओ लेकिन, शिक्षक बच्चों एवं बच्चियों को सफाई के प्रति प्रेरित करने के लिए सहयोग न करके सिर्फ डायरेक्शन दे रहे थे कि कचरा किस तरह उठाना चाहिए और कहां-कहां उठाना चाहिए. कहा जाए तो छोटे बच्चे एवं बच्चों से सफाई के प्रति इस तरह का जागरूकता से किस तरह का विकास होगा यह स्कूल के शिक्षक ही बता पाएंगे.
शिक्षा पदाधिकारी नूर आलम ने बताया कि स्कूल का मामला संज्ञान में आया है. प्रत्येक विद्यालय में बच्चों की कितनी उपस्थिति है इसका ब्यौरा एसएमएस के माध्यम से प्रत्येक दिन 11 बजे तक भेजना होता है. जो विद्यालय ऐसा नहीं करते हैं जांचोंपरांत उपस्तिथि का आंकड़ा गलत पाया जाता है तो इसपर कार्रवाई की जायेगी. साथ ही उक्त विद्यालय में बच्चों से किस तरह की साफ-सफाई कराई जा रही है इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा की सफाई का पाठ पढ़ाने के लिए छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी इस कार्य में सहयोग करना चाहिए.
Mrityunjay Mishra