बेगूसराय के सदर अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत, घर शव ले जाने के लिए नहीं मिला एंबुलेंस
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बेगूसराय के सदर अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत, घर शव ले जाने के लिए नहीं मिला एंबुलेंस

स्वास्थ्य महकमा में हरकंप मच गया वहीं इस मामले के संज्ञान में आने के बाद बेगूसराय के सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिंह का भी बेतुका बयान आया है. हालांकि इस बीच उन्होंने सफाई देते हुए जांच की भी बात कही है, लेकिन प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि मरिज अस्पताल में नहीं मारेंगे तो फिर कहां मरेंगे. 

बेगूसराय के सदर अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत, घर शव ले जाने के लिए नहीं मिला एंबुलेंस

बेगूसराय: बेगूसराय के सदर अस्पताल में इलाज के दौरान राजा कुमार नामक युवक की मौत हो गई. शव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने एंबुलेंस नहीं दिया. ठेले पर शव को ले जाने के लिए परिजन मजबूर हुए. जब एंबुलेंस नहीं मिली तो परिजनों ने अस्पताल प्रशास पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. वह इस मामले में सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार ने बताया है कि एंबुलेंस पर्याप्त परिजनों के द्वारा नहीं मांगी गई है फिर भी जांच की जा रही है.

देश के नमकीन सरकारी अस्पतालों में से एक बेगूसराय सदस्य अस्पताल में बीती रात एक मरीज की इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों का हंगामा एवं शव को ठेले से ले जाने की खबर हमने पर प्रमुखता से दिखाई थी. उसके बाद स्वास्थ्य महकमा में हरकंप मच गया वहीं इस मामले के संज्ञान में आने के बाद बेगूसराय के सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिंह का भी बेतुका बयान आया है. हालांकि इस बीच उन्होंने सफाई देते हुए जांच की भी बात कही है, लेकिन प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि मरिज अस्पताल में नहीं मारेंगे तो फिर कहां मरेंगे. वहीं उन्होंने एंबुलेंस या फिर शव बाहन नहीं मिलने की बात से इनकार करते हुए कहा कि बेगूसराय सदर अस्पताल में एंबुलेंस एवं शव वाहन की कोई कमी नहीं है.

कभी-कभी ऐसी परिस्थिति आ जाती है कि किसी शव को लेकर शव वाहन चला जाता है तो परिजनों को थोड़ी देर इंतजार करना पड़ सकता है, लेकिन अपने बयान में उन्होंने कई अटपटी बातों का जिक्र किया है. साथ ही साथ उन्होंने मीडिया कर्मियों पर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि कुछ लोग कुछ पैसे की वजह से अनाप-शनाप खबर चलाते हैं. गौरतलब है कि बीती रात बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 31 निवासी राजा कुमार की इलाज के क्रम में मौत हो गई थी. जिसके बाद राजा कुमार के शव को शव वाहन नहीं मिल सका और परिजनों के द्वारा ठेले पर ही शव को ले जाया गया. वहीं उक्त मामले में परिजनों का आरोप है कि मरिज राजा कुमार अपने पैरों पर चलकर अस्पताल आया था और जहां इलाज में लापरवाही के बाद उसकी स्थिति बिगड़ने लगी और देर रात उसकी मौत हो गई थी, लेकिन इस घटना के बाद भी इस तरह से सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिंह का बयान सामने आया है वह कहीं ना कहीं स्वास्थ्य महकमे को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर रहा है.

गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग अभी वर्तमान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अधीन है और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के द्वारा व्यवस्था में सुधार के लगातार दावे भी किए जा रहे हैं, लेकिन तस्वीरें बताने के लिए काफी है कि बेगुसराय में स्वास्थ्य विभाग ठेले पर सफर करने को बाध्य है. वह इस मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर प्रमोद कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल में एंबुलेंस पर्याप्त है लेकिन परिजनों के द्वारा जो आरोप लगाया वह कहीं ना कहीं गलत है.

इनपुट- जितेंद्र चौधरी

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