बिहार: अग्निपथ योजना के विरोध के बीच संजय जायसवाल बोले- 'अग्निवीर' होंगे खास
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बिहार: अग्निपथ योजना के विरोध के बीच संजय जायसवाल बोले- 'अग्निवीर' होंगे खास

Agnipath Scheme Protest: संजय जायसवाल ने कहा कि विपक्ष ने विगत कुछ वर्षों से सरकार के हर अच्छे काम के दुष्प्रचार का ठेका सा ले लिया है. 'टूलकिट' बना कर देश को अस्थिर करने की साजिशें रची जा रही हैं. 

 

 

 

(फाइल फोटो)

पटना: Agnipath Scheme Protest: सेना में भर्ती अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध के बीच बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने विपक्षियों पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक स्वार्थ में उनका अच्छे-बुरे का अंतर समाप्त हो गया. उन्होंने कहा कि 'अग्निवीर' सामान्य युवा नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने विगत कुछ वर्षों से सरकार के हर अच्छे काम के दुष्प्रचार का ठेका सा ले लिया है. 'टूलकिट' बना कर देश को अस्थिर करने की साजिशें रची जा रही हैं. 

जायसवाल ने कहा कि सीएए और किसान कानूनों पर भी इन्होने यही रुख अख्तियार किया था. इसी तरह किसान कानूनों के प्रावधानों को फिर से लागू करने की मांग उठने लगी है. अब इनके निशाने पर युवा आए हुए हैं.

इशारों में किया तेजस्वी पर हमला
भाजपा के नेता ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्षी बुद्धिजीवियों ने अभी तक इस योजना के फायदों को ढंग से पढ़ा तक नहीं, लेकिन युवाओं को बरगलाने के लिए उनका विलाप प्रारंभ हो चुका है. उन्होंने राजद के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का बिना नाम लेते हुए कहा कि 'जमीन लिखवा कर नौकरी देने वाली पार्टी' के युवराज भी कुतर्कों के साथ इसके खिलाफ बोल रहे हैं.

'अग्निपथ' योजना के बारे में जाने युवा
उन्होंने कहा कि 'अग्निपथ' योजना के बारे में युवाओं को खुद जानना चाहिए. उन्हें जानना चाहिए कि साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के युवाओं के लिए शुरू की गयी यह योजना सामान्य बहालियों से पूरी तरह अलग है. इस योजना के तहत चुने गये युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा, जिनकी सेवा अवधि 4 वर्षों की होगी.

आग्निवीरों को मिलेगा आकर्षक पैकेज
इन अग्निवीरों को आकर्षक मासिक पैकेज के साथ तीनों सेनाओं में लागू जोखिम और कठिनाई भत्ता भी दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त उनका कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें एकमुश्त सेवानिधि पैकेज भी प्रदान किया जाएगा. इस दौरान उनकी पढ़ाई बाधित नहीं हो इसके लिए सरकार द्वारा एक तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम भी शुरू किया जाएगा.

इनके लिए सशस्त्र बलों में एक अलग रैंक बनाया जाएगा, जो किसी भी मौजूदा रैंक से अलग होगी. सेवा पूरी होने पर अग्निवीरों को सशस्त्र बलों में स्थायी नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर भी दिए जाएंगे.

इस साल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी, जिसका नामांकन सभी तीन सेनाओं के लिए एक ऑनलाइन केंद्रीकृत प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा. प्रत्येक अग्निवीर द्वारा प्राप्त कौशल को एक प्रमाणपत्र में मान्यता दी जाएगी, जिसके आधार पर उन्हें विभिन्न राज्यों की पुलिस सेवा व अर्धसैनिक बलों में प्राथमिकता मिलेगी.

सामान्य युवा नहीं होंगे अग्निवीर
उन्होंने कहा कि चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर, यह 'अग्निवीर' सामान्य युवा नहीं रहेंगे बल्कि पेशेवर और व्यक्तिगत रूप से भी खुद को बेहतर बनाने के अहसास के साथ परिपक्व और आत्म-अनुशासित होंगे. नागरिक समाज में शामिल होने पर यह लोग राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में बेहतरीन योगदान दे पाएंगे.

(आईएएनएस)

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