भागलपुर में मां ने अनोखे बच्चे को दिया जन्म, नवजात को देखने दूर-दूर से अस्पताल पहुंच रहे लोग
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भागलपुर में मां ने अनोखे बच्चे को दिया जन्म, नवजात को देखने दूर-दूर से अस्पताल पहुंच रहे लोग

Bihar News: भागलपुर में एक अनोखे बच्चे का जन्म चर्चा के केंद्र में है. दरअसल, जिले के कजरैली के मोहद्दीपुर निवासी संतोष कुमार की पत्नी अंजना देवी ने 30 दिसंबर को एक निजी अस्पताल में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है.  इस जुड़वा  बच्चे के सीने, पेट और मुंह आपस में जुड़े हुए हैं.

भागलपुर में मां ने अनोखे बच्चे को दिया जन्म, नवजात को देखने दूर-दूर से अस्पताल पहुंच रहे लोग

भागलपुर:Bihar News: भागलपुर में एक अनोखे बच्चे का जन्म चर्चा के केंद्र में है. दरअसल, जिले के कजरैली के मोहद्दीपुर निवासी संतोष कुमार की पत्नी अंजना देवी ने 30 दिसंबर को एक निजी अस्पताल में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है.  इस जुड़वा  बच्चे के सीने, पेट और मुंह आपस में जुड़े हुए हैं. इस जुड़वा बच्चे के चार पैर, चार हाथ और दो सिर है. इस अनोखे बच्चे को देखने के लिए लोग दूर-दूर से अस्पताल आ रहे हैं . यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई. बच्चे को देखने के लिए लोगों की भीड़ दिनभर उमड़ती रही. कोई इस बच्चे को प्रकृति का चमत्कार बता रहे हैं तो कोई इसे भगवान का अवतार बता रहे हैं. इस बच्चे के कुछ फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं.

अनोखे बच्चे को दिया जन्म

कजरेली थाना क्षेत्र के घोषीटोला स्थित एक निजी अस्पताल में कजरैली के मोहद्दीपुर निवासी संतोष कुमार की पत्नी अंजना देवी ने जिस नवजात बच्चे को जन्म दिया है उसके चार पर चार हाथ और दो सिर हैं. उसका पेट और सीना पूरी तरह सटे हुए हैं. गौरतलब हो कि बच्चे का जन्म 28 सप्ताह में हुआ. स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.अन्वेशा ने बताया कि इस अनोखे बच्चे की मां का इलाज उन्ही के निगरानी में चल रहा था. गुरुवार के दिन मां को पीड़ा हुई, जिसके बाद इलाज के दौरान मां ने इस अनोखे बच्चे को जन्म दिया.

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सही इलाज से हो सकते हैं अलग

डॉक्टर अन्वेशा ने बताया कि दोनों बच्चों का सीना और पेट एक दूसरे से सटा हुआ है. जन्म के बाद नवजात बच्चा सुरक्षित है. माता पिता सभी खुश है अनोखी बच्ची आम बच्चों की तरह जन्म लेते ही रोइ है. वही डॉक्टर ने बताया अगर इसका इलाज ढंग से कराया जाए और इस अनोखे बच्चे को अगर उचित जगह पर ऑपरेशन कराए जाए तो यह एक बच्चा दो बच्चे में विभक्त होकर जीवित रह सकता है.

इनपुट- अश्विन कुमार

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