‘यह डूबती हुई नाव है, जो चढ़ेगा वो डूबेगा’, गिरिराज का कांग्रेस पर तीखा हमला
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2228662

‘यह डूबती हुई नाव है, जो चढ़ेगा वो डूबेगा’, गिरिराज का कांग्रेस पर तीखा हमला

Begusarai News: बिहार के बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार के नाम वापस लेने और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस परिवारवाद का परिचायक है और कांग्रेस डूबती नाव है. जिससे सभी भाग रहे हैं.

‘यह डूबती हुई नाव है, जो चढ़ेगा वो डूबेगा’- गिरिराज

बेगूसराय: Begusarai News: बिहार के बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार के नाम वापस लेने और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस परिवारवाद का परिचायक है और कांग्रेस डूबती नाव है. जिससे सभी भाग रहे हैं. वहीं गिरिराज सिंह ने मस्जिदों की तरह ही मंदिरों को भी स्वतंत्र करने की मांग की है. 

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी परिवारवाद का सबसे बड़ा परिचायक है. कांग्रेस के अंदर उनके संविधान नाम की कोई चीज नहीं है. संविधान का पालन जब पार्टी के अंदर नहीं हो रहा है तो राहुल गांधी कहां से उल जलूल बातें रख रहे हैं. कांग्रेस पार्टी आज की तारीख में बहादुर शाह जफर की तरह मुगलिया सल्तनत की अंतिम कड़ी है, अंतिम फेज है. कांग्रेस से उम्मीदवार भार रहे हैं, चाहे इंदौर के उम्मीदवार हो या दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष, दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष इस्तीफा दे रहे हैं. कांग्रेस डूबती हुई नाव है. इस नाव पर जो चढ़ेगा उसका क्या होगा. मुझे आश्चर्य हो रहा है कि कुछ लोग डूबती हुई नाव पर चढ़कर जा रहे हैं. उनका डूबना तय है.  

इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि मस्जिद की तरह मंदिर को भी स्वतंत्र करने की जरूरत है. आजादी के बाद से ही सनातन धार्मिक स्थलों को सनातन धार्मिक स्थलों पर और सनातन धार्मिक स्थलों से ऐसा दुर्व्यवहार किया गया कि राज्यों में इनके ऊपर ट्रस्ट बनाया गया. मंदिरों के महंत के हाथ पैर बांध दिए गए. कभी जो धार्मिक गतिविधि चलता था, सामाजिक गतिविधि चलता था, सनातन के उत्थान के लिए काम होता था, सरकारी इंटरफेयर के कारण वह सभी गतिविधि रुक गया. 

वहीं मस्जिदों में वक्फ बोर्ड एक ऐसा संस्था बन गया कि पूरे बिहार और पूरे देश में वक्फ बोर्ड लोगों की जमीन पर अपना अधिकार जमाने लगे. जबकि कांग्रेस को चाहिए था कि आजादी के तुरंत बाद जो लोग यहां से गए और जो पाकिस्तान से विस्थापित हिंदू आए उनको जमीन दे देने की जरूरत थी. आज जमींदार की भूमिका में सरकारी संरक्षण में वक्फ बोर्ड है. उनके ऊपर कोई बंदिश नहीं है. हमारे मंदिरों को स्वतंत्र करो, उन्हें मस्जिद और वक्फ बोर्ड की तरह स्वतंत्र करने की जरूरत है. यह मांग धार्मिक केंद्रों से सनातन को बचाने के लिए हो रही है. मैं इसका समर्थन करता हूं, क्योंकि अब मंदिरों के ऊपर बंदिश नहीं रहे.
इनपुट- राजीव कुमार, बेगूसराय

यह भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: 'तीसरे चरण के बाद खराब हो जाएगा प्रधानमंत्री का दिमाग...', PM मोदी के लिए RJD सांसद मनोज झा के बिगड़े बोल

Trending news