ओवैसी ने लिखा कि वही क़ातिल, वही मुंसिफ़, अदालत उस की, वो शाहिद....बहुत से फ़ैसलों में अब तरफदारी भी होती है.
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नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम इत्तेहादुल मुस्लेमीन (AIMIM) के सद्र असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बाबरी मस्जिद इन्हेदाम (विध्वंस) मामले में रद्देअमल का इज़हार करते हुए कहा है कि आज तारीख़ का काला दिन है. ओवैसी ने फ़ैसले पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि क्या मस्जिद जादू से गिराई गयी.
ओवैसी ने सीबीआई अदालत के फैसले को नाइंसाफी करार देते हुए कहा, 'मैं बतौर इंडियन मुस्लिम आज तौहीन, शर्म और बेसहारा महसूस कर रहा हूं. बिल्कुल वैसा ही जैसे 1992 में नौजवानी में किया था.' उन्होंने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) से इस फैसले को चैंलेज करने की अपील की है.
ट्विटर पर शेयर किया तंज़िया शेर
अदालत के इस फैसले के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने एक तंज़िया शेर को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया जिसे इस फैसले से जोड़कर देखा जा रहा है. ओवैसी ने लिखा कि वही क़ातिल, वही मुंसिफ़, अदालत उस की, वो शाहिद....बहुत से फ़ैसलों में अब तरफदारी भी होती है.
वही क़ातिल वही मुंसिफ़ अदालत उस की वो शाहिद
बहुत से फ़ैसलों में अब तरफ़-दारी भी होती है— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 30, 2020
28 साल बाद आज आया फ़ैसला,मंसूबाबंद नही था बाबरी मस्जिद का इंहेदाम
बता दें कि सीबीआई की स्पेशल अदालत के जस्टिस एस.के. यादव ने फैसला सुनाते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद इन्हेदाम का वाक़्या मंसूबाबंद नहीं थी. यह एक अचानक पेश हुआ हादसा. उन्होंने कहा कि मुल्ज़ीमन के खिलाफ कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले, बल्कि मुल्ज़िमीन ने मुशतइल भीड़ को रोकने की कोशिश की थी
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