उत्तराखंड में 6 मुसलमानों को एक साथ नमाज पढ़ने से रोका

नमाज से रोका

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में मुसलिम परिवारों को एक साथ नमाज पढ़ने से रोका गया है. घटना के बाद इलाके का माहौल तनावपूर्ण है.

पुलिस

मामले को पुलिस और प्रशासन ने सुलझा लिया है. पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा से सटे झूलाघाट कस्बे के मुस्लिम लोगों में डर का माहौल है.

दो नौजवान

इलाके में दो नौजवानों ने एक मुस्लिम परिवार को नमाज अदा करने से कथित तौर पर रोकने की कोशिश की.

चेतावनी

पुलिस और इलाके के सम्मानित नागरिकों ने वक्त पर इस मामले में दखल देकर हालात को मजीद बिगड़ने से रोक दिया. पुलिस ने नौजवानों को चेतावनी देकर छोड़ दिया.

6 मुसलमान

कस्बे में रहने वाले अय्यूब ने कहा, "हमारे परिवार के 6 सदस्य 18 मार्च को मेरे घर के बाहर नमाज पढ़ने के लिए जमा हुए थे. तभी दो नौजवान वहां आया और हमारे नमाज पढ़ने व टोपी पहनने पर ऐतराज जताया."

पुलिस को खबर

उन्होंने कहा "हमने मकामी पुलिस को इसकी खबर दी. इसके बाद पुलिस ने हमें और उन दोनों नौजवानों को अगले दिन थाने बुलाया और उन्हें भविष्य में ऐसी हरकतों न करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया."

सांप्रदायिक तत्व

थाना प्रभारी सुरेश कंबोज ने बताया कि "इस संवेदनशील सीमावर्ती शहर में ऐसे सांप्रदायिक तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा." उन्होंने कहा, "हमने आरोपी लड़कों को भविष्य में इस तरह की हरकतों के प्रति आगाह किया है."

12 लोग

अयूब के मतुबिक "झूलाघाट में मुस्लिम समुदाय के सिर्फ 12 लोग रहते हैं. ये सभी करीब 50 साल पहले कस्बे में बसे हुए हैं."

भाईचारा

अयूब के मुताबिक "झूलाघाट के मुसलमान शहर के बाकी निवासियों के साथ पूरी तरह मिल जुलकर रहते हैं और पिछली दो पीढ़ियों से अमन और शांति से रह रहे हैं."

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