मुस्लिम बुज़ुर्ग के साथ मारपीट का मामला, SC ने यूपी सरकार के रवैये पर ज़ाहिर की नाराज़गी
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मुस्लिम बुज़ुर्ग के साथ मारपीट का मामला, SC ने यूपी सरकार के रवैये पर ज़ाहिर की नाराज़गी

UP News: सुप्रीम कोर्ट ने यूपी में मुस्लिम बुज़ुर्ग के साथ हुए मारपीट के मामले में घटना के लगभग डेढ़ साल बाद  FIR दर्ज किए जाने पर नाराज़गी ज़ाहिर की है. यूपी सरकार को इस मामले में दो हफ्ते में जवाब दाख़िल करना है.

मुस्लिम बुज़ुर्ग के साथ मारपीट का मामला, SC ने यूपी सरकार के रवैये पर ज़ाहिर की नाराज़गी

Muslim Man Beaten: सुप्रीम कोर्ट ने यूपी में मुस्लिम बुज़ुर्ग के साथ हुए मारपीट के मामले में घटना के लगभग डेढ़ साल बाद  FIR दर्ज किए जाने पर नाराज़गी ज़ाहिर की है. सोमवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान यूपी सरकार की ओर से ASG के एम नटराज ने माना कि पुलिस की सतह पर लापरवाही हुई है. इस सिलसिले में पुलिसकर्मियों पर अनुशासनत्मक कार्रवाई की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने सख़्त लहजे में कहा कि ऐसी घटनाओं पर पर्दा डालने की नहीं, बल्कि सख़्त एक्शन की ज़रूरत है.

ऐसी घटनाओं पर एक्शन लेने की ज़रूर: SC
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस के रवैये पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि इस तरह के मामलों में जब कोई कार्रवाई नहीं होती, तो एक ख़तरनाक माहौल बनता है. एक धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के नाम पर हिंसा और अपराध की कोई गुज़ाइश नहीं है. इस तरह की हरकतों को जड़ से ख़त्म किये जाने की ज़रूरत है. ऐसी घटनाओं पर एक्शन लेने की आवश्यकता है, उन पर पर्दा डालकर समाधान नहीं हो सकता. कोर्ट ने सवाल किया कि क्या यूपी पुलिस इस मामले की संजीदगी को देखते हुए इसे धर्म के आधार पर होने वाला अपराध मानेगी या फिर इस पर पर्दा डालने की कोशिश करेगी? सरकार के तुंरत एक्शन से ऐसे अपराध से निपटा जा सकता है.

3 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
कोर्ट ने यूपी सरकार से कहा है कि वो हलफ़नामा दाख़िल करके इन सभी मामलों में दर्ज FIR की जानकारी दें. सरकार बताए कि इन मामलों में आरोपियों को कब गिरफ्तार किया गया और कब वो बरी हुए. इस मामले में यूपी सरकार को दो हफ्ते में जवाब दाख़िल करना है. 3 मार्च को सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुनवाई करेगा. वहीं इस पूरे मामले पर यूपी सरकार का कहना है कि ये धर्म के आधार पर अपराध का मामला नहीं है. बुज़ुर्ग के साथ मारपीट करने वाले लोग कुख्यात गैंग नाम से जुड़े हैं और ये गैंग कई तरह की आपराधिक वारदातों में शामिल रहा है.

2021 का है मामला
बता दें कि नोएडा में  2021 की रात दिल्ली के रहने वाले काज़िम अहमद शेरवानी के साथ मारपीट की गई थी.हादसे के तक़रीबन डेढ़ साल बाद नोएडा थाना सेक्टर-39 पुलिस ने मुक़दमा दर्ज किया था, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराज़गी ज़ाहिर करके यूपी सरकार से जवाब मांगा है.

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