Story of Prophets: 'हुस्ने यूसुफ पे कटीं मिस्र में अंगुश्ते ज़ना'; जानिए किस्सा यूसुफ-जुलेखा का
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Story of Prophets: 'हुस्ने यूसुफ पे कटीं मिस्र में अंगुश्ते ज़ना'; जानिए किस्सा यूसुफ-जुलेखा का

Story of Prophets: हम अपनी सीरीज 'Story of Prophets' में सिलसिलेवार हज़रत यूसुफ अलैहिस्सलाम (Hazrat Yusuf Alaihis salam) की ज़िदंगी से जुड़े वाक्यात से रूबरू करा रहे हैं. ये इस सीरीज का चौथा भाग है.

Story of Prophets: 'हुस्ने यूसुफ पे कटीं मिस्र में अंगुश्ते ज़ना'; जानिए किस्सा यूसुफ-जुलेखा का

Story of Prophets: हम पिछले भाग में हज़रत यूसुफ़ अलैहिस्सलाम की ज़िंदगी से जुड़े कई दिसचस्प वाक्यों से आपको रूबरू करा चुके हैं.

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तो आइए अब जानते हैं हजरत यूसुफ अलैहिस्सलाम की कहानी का चौथा पार्ट......

जैसा हम पहले बते चुके हैं कि मिस्र के बाज़ार में अज़ीज़े मिस्र ने हजरत यूसुफ अलैहिस्सलाम को उनके वज़न के बराबर सोना और इतनी ही चांदी और इतना ही मुश्क कीमत देकर खरीद लिया और हजरत यूसुफ अलैहिस्सलाम को घर लेजा कर अपनी पत्नी जुलेखा से कहा, 'इस गुलाम को निहायत ही अदब व एहतराम से रखो. इस वक्त हजरत यूसुफ अलैहिस्सलाम की उम्र 13 साल थी. वहीं, कुछ रिवायतों में ये भी आया है कि उस वक्त आपकी उम्र 17 साल थी.

जुलेखा के इश्क के चर्चे
हजरत युसूफ अलैहिस्स्लाम का हुस्ने मुबारक ऐसा था कि हर कोई उन्हें देखते ही रह जाता था. कुरान के अंदर जिक्र है कि युसूफ अलैहिस्स्लाम के ऊपर अमिर-ए-मिस्र की बीवी फिदा हो गई. लेकिन अल्लाह के नबी हर एब से पाक रहते हैं. बताया जाता है कि जब अजीजे मिस्र की पत्नी जहरत युसूफ पर फिदा हो गई तो मिस्र की चंद ख्वातीन ने जुलेखा को ताना दिया कि तुम एक गुलाम पर आशिक हो गई है.

जब मिस्र में औरतों ने अपनी उंगलियां काट लीं
मिस्र की औरतों की ओर ताना मिलने के बाद जुलेखा ने उन औरतों से कहा कि ये आशिकी वाली बात नहीं है. मैं उनको तुम्हारे सामने बुलाती हूं. जितनी भी औरतें थीं सभी के हाथों में एक-एक फल और छूरी दी गई. जैसे ही वो हजहत यूसुफ सामने आए तो तुम इस फल को काटने लग जाना. इसके बाद जुलेखा ने यूसुफ अलैहिस्स्लाम को बुलाया. वो पर्दा करके आए जैसे उन्होंने अपने चेहरे से पर्दा हटाया तो जितनी औरतें फल काट रही थीं. उन्होंने उनका हुस्न देखकर अपनी उंगलियां काट लीं, लेकिन उन्हें होश भी नहीं रहा कि उंगलिया कट गई. ये था हजरता यूसुफ का हुस्न..

इसी को शायर इस अंदाज में बयान किया है:
हुस्ने युसूफ पे कटीं मिस्र में अंगुश्ते ज़ना
सर कटाते हैं तिरे नाम पर मरदाने अरब

जु़लेखा की जिंसी ख्वाहिश और युसूफ अलैहिस्सलाम का कैदखाने तक का सफर
युसूफ अलैहिस्सलाम का महल में कियाम के दौरान उनकी खूबसूरती देखकर जुलेखा के दिमाग में बदकारी का खयाल पैदा हो गया और उसने जब जबरदस्ती करनी चाही तो आप महल से बाहर की तरफ भागे और जुलेखा ने उन्हें पकड़ना चाहा तो उनका कुर्ता फट गया.

युसूफ अलैहिस्सलाम का कैदखाने का सफर
इसी दौरान जुलेखा का शौहर अजीजे मिस्र आ गया, तब जुलेखा ने सारा इलजाम युसूफ अलैहिस्सलाम पर डाल दिया. फिर महल के एक आदमी ने गवाही देते हुए कहा कि अगर कुर्ता आगे से फटा हो तो फिर युसूफ अलैहिस्सलाम गुनाहगार होते और अगर पीछे से फटा है तो औरत गुनाहगार होगी. 'अमीरे मिस्र सारा माजरा समझ गया कि युसूफ अलैहिस्सलाम गुनाहगार नहीं है बल्कि जुलेखा गुनाहगार है. 'जब इस बात की चर्चा आसपास भी होने लगी तो अमीरे मिस्र ने बीबी को बचाने की खातिर युसूफ अलैहिस्सलाम को कैदखाने में डाल दिया.

(नोट: हम इस वाक्ये को सिलसिलेवार बयान कर रहे हैं. अब आगे की कहानी दूसरे भाग में बताई जाएगी. इस पूरे किस्से को बढ़ने के लिए हमसे जुड़े रहें.)

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