UP Government: योगी मंत्रिमंडल में पिछली बार की तरह मुस्लिम समुदाय से सिर्फ एक मंत्री बनाया गया. शपथ ग्रहण से पहले यह माना जा रहा था कि पिछली सरकार में मंत्री रहे मोहसिन रजा जरूर नई कैबिनेट में शामिल होंगे. मगर बीजेपी ने नए मुस्लिम चेहरे को सामने लाकर सबको चौंका दिया.
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लखनऊ: योगी सरकार की पहली मुद्दत में मुस्लिम चेहरा रहे मोहसिन राज को इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिल सकी है. बीजेपी ने मोहसीन रज़ा को बाहर का रास्ता दिखा कर उनकी जगह दानिश आजाद अंसारी को अल्पसंख्यक कोटे से वज़ीर बनाया गया है. योगी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर मोहसिन रज़ा ने कहा कि पार्टी ने कुछ सोच समझकर ये फैसला किया है.
मोहसिन रजा ने कहा कि बीजेपी रोटेशन पर काम करती है. पहले एक शख्स को काम दिया गया था, अब दूसरे को मौका दिया गया है. और संगठन के लिए काम कर रहा हूं और आगे वैसे ही करता रहूंगा. योगी हुकूमत में दूसरा मुस्लिम चेहरा लाया गया है, जाहिर सी बात है कि अब वह और ज्यादा काम करेगा.
दानिश ने मोहसिन रज़ा को लेकर कही ये बात
वहीं, जब योगी हुकूमत में जगह मिलने पर दानिश आज़ाद अंसारी से मोहसिन रज़ा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मोहसिन रज़ा उनके बड़े भाई हैं. वह मोहसिन रज़ा के साथ मिलकर मुस्लिम समूदाय की तामीर व तरक्की के लिए काम करते रहेंगे.
गौरतब है कि योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में दो उपमुख्यमंत्री, 16 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 20 राज्यमंत्री शामिल किए गए हैं. इस मंत्रिमंडल में पिछली बार की तरह मुस्लिम समुदाय से सिर्फ एक मंत्री बनाया गया. शपथ ग्रहण से पहले यह माना जा रहा था कि पिछली सरकार में मंत्री रहे मोहसिन रजा जरूर नई कैबिनेट में शामिल होंगे. मगर बीजेपी ने नए मुस्लिम चेहरे को सामने लाकर सबको चौंका दिया. बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री दानिश आजाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा जताया और उन्हें राज्यमंत्री बनाया.
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कौन हैं दानिश आजाद अंसारी
दानिश आजाद अंसारी सुन्नी मुस्लिम समाज से आते हैं. वह बलिया के निवासी है और ABVP में सक्रिय रहे हैं. दानिश आजाद लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति करते रहे हैं. जिसके बाद भाषा समिति में उन्हें सदस्य पद से नवाजा गया था. वह फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के भी सदस्य बनाए गए थे. इसी के बाद उनके काम को देखते उन्हें संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
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