जानिए कौन हैं बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर फैसला सुनाने वाले जज
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जानिए कौन हैं बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर फैसला सुनाने वाले जज

5 अगस्त को जज सुरेंद्र कुमार यादव को इस मुक़दमे में स्पेशल जज के तौर पर मुक़र्रर किया गया था.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: बाबरी मस्जिद मामले में आज 28 साल बाद लखनऊ की सीबीआई अदालत फैसला सुनाएगी. बरसों पुराने इस मुजरिमाना मुक़दमे की सुनवाई कर रहे स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव फैसला सुनाएंगे. जिन्हें सुप्रीम कोर्ट इस मामले के लिए 5 अगस्त को मुकर्र किया था और 2 सालों के अंदर मामले की सुनवाई मुकम्मल करने को कहा था. तो आइए हम आपको इस अहम मामले पर फैसला सुनाने वाले जज सुरेंद्र यादव के बारे में आपको कुछ जानकारियों से रूबरू करवाते हैं. 

फैज़ाबाद से है गहरा कनेक्शन
जज सुरेंद्र यादव की ज़िंदगी में फैज़ाबाद की बहुत अमहियत है. उनकी ज़िंदगी के कई अहम मकामात का फैसज़ा से कनेक्शन रहा है. उनकी पहली पोस्टिंग फ़ैज़ाबाद ज़िले में ही हुई थी और एडीजे के तौर पर पहला प्रमोशन भी फ़ैज़ाबाद में ही मिला था. अब बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसे अहम मामले का तअल्लुक भी फ़ैज़ाबाद ज़िले से ही है. क्योंकि अयोध्या ज़िला में ही है. 

बाबरी मस्जिद केस के लिए बढ़ाई गई थी मुद्दत
सुरेंद्र यादव पिछले साल 30 सितंबर को ही रिटायर होने वाले थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई को जज की मुद्दत में इज़ाफा करते हुए बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई मुकम्मल होने तक बढ़ा दिया था और यूपी हुकूमत ने भी नोटिफिकेशन जारी कर फैसला आने तक जज की मुद्दत बढ़ा दी थी. 

सुप्रीम कोर्ट से मांगी थी सिक्योरिटी
ट्रायल के दौरान जज ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सिक्योरिटी की मांगी थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश हुकूमत को जज की गुज़ारिश पर गौर करने और हलफनामा दाखिल करने को कहा है था. साथ ही दो हफ्तों में हुकूमत से जवाब भी तलब किया था.

5 अगस्त को जज सुरेंद्र कुमार यादव को इस मुक़दमे में स्पेशल जज के तौर पर मुक़र्रर किया गया था. 19 अप्रैल 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने जज सुरेंद्र कुमार यादव को रोज़ाना ट्रायल करके बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई दो साल में मुकम्मल करने का हुक्म दिया था.

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