एंटी CAA प्रोटेस्ट में एक्टिव थे मंदिर में नमाज पढ़ने वाले फैसल, वायरल VIDEO से हुआ खुलासा
Advertisement

एंटी CAA प्रोटेस्ट में एक्टिव थे मंदिर में नमाज पढ़ने वाले फैसल, वायरल VIDEO से हुआ खुलासा

वायरल वीडियो में फैसल बोल रहे हैं, जामिया वालों को मैं मुबारकबाद देना चाहता हूं. एक मर्तबा गांधीजी ने जमना लाल बजाज को लिखा था कि जामिया को जिंदा रखने से बड़ा मुल्क में कोई काम नहीं.

एंटी CAA प्रोटेस्ट में एक्टिव थे मंदिर में नमाज पढ़ने वाले फैसल, वायरल VIDEO से हुआ खुलासा

मथुरा: मथुरा के नंदबाबा मंदिर में नमाज पढ़ने के इल्ज़ाम में गिरफ्तार फैसल खान का शहरियत तरमीमी कानून (सीएए) मुखालिफ प्रोटेस्ट से भी जुड़ाव रहा है. फैसल सीएए मुखालिफ मुज़ाहिरों का हिस्सा था. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें फैसल खान जामिया यूनिवर्सिटी में सीएए कानून की मुखालिफत में बयानबाज़ी करते नज़र आ रहे हैं.

वायरल वीडियो में फैसल बोल रहे हैं, ''जामिया वालों को मैं मुबारकबाद देना चाहता हूं. एक मर्तबा गांधीजी ने जमना लाल बजाज को लिखा था कि जामिया को जिंदा रखने से बड़ा मुल्क में कोई काम नहीं. ये वो वक्त था जब जामिया को चलाने के लिए एक-एक पैसे की मोहताजगी थी. आपने वो कर्ज उतारा है, आज इस लड़ाई में शामिल होकर.'' वीडियो इस साल 01 फरवरी का बताया जा रहा है. इसमें फैसल मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहता है, ''हुकूमत नशे में है.''

मंदिर में नमाज अदायगी के पीछे साजिश का खदशा
फैसल खान और मोहम्मद चांद के ज़रिए मथुरा के नंदबाबा मंदिर में नमाज अदायगी की इस हरकत के पीछे तथाकथित गैर मुल्की मुस्लिम तंज़ीमों के शामिल होने और इसमें फंडिंग की खदशा ज़ाहिर किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिसमें फैसल सीएए कानून के खिलाफ हो रहे मुज़ाहिरों में देखा जा रहा है. इस मामले में चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है.

मामले की जांच कर रही पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मुल्ज़िम फैसल खान के ज़रिए मंदिर में नमाज सद्भावना के लिए पढ़ी थी या फिर इसके पीछे कोई बड़ी साजिश थी. पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर ही है कि मंदिर में नमाज पढ़ने और उसकी फोटो-वीडियो वायरल करने के पीछे आखिर क्या मंशा थी? इस बीच फैसल कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्हें अदालत ने 14 दिन की अदालती हिरासत में भेज दिया है.

 

Trending news